मोहम्मद रफ़्तार आलम कहते है कि बच्चों को शिक्षित करने के लिए सगाँव में ही स्कूल होना चाहिए। इससे बच्चों को आसानी होगा क्योंकि बच्चे स्कूल के लिए दूसरे गाँव पैदल जाते है।