*** अवैध शराब की भटि्टयां नहीं बुझा पा रहा पुलिस महकमा *** --- पुलिस संरक्षण मे कई गांवो मे फिर तेजी से शुरू हुआ कच्ची शराब का कारोबार --- एसओ जयशंकर सिंह की तैनाती के दौरान कच्ची शराब के करोबार पर लगी थी लगाम -- पुलिस कार्यवाही के नाम पर माफियाओ के बजाय शराबियो को बंद कर करती खानापूर्ति खुटार। नगर और देहात क्षेत्र मे कच्ची मिलावटी शराब बनाने और बेंचने का कारोबार से तेजी के साथ हो रहा है। पुलिस और आबकारी विभाग अवैध कच्ची शराब बनाने के धंधे पर लगाम लगाने पर विफल साबित हो रहा है। जबकि पूर्व मे खुटार थाने मे तैनात रहे एसओ जयशंकर सिंह ने शराब के अवैध कारोबार पर प्रतिबंध लगा दिया था और शराब माफियाओं को जेल भेज दिया था। लेकिन अब ये अवैध कारोबार फिर से शुरू हो गया है। नगर समेेत क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में यह कहावत प्रचलित हो रही है कि शाम होने के बाद दूध भले ही न मिले, शराब आधी रात को भी मुहैया हो जाएगी। कच्ची शराब बनाने वाले शातिर दिमाग लोग सील चुके पलटा गुड़ को बड़े पैमाने पर कच्ची शराब के निर्माण में लगाने को खरीदते हैं। नदियों और जंगल से सटे दुर्गम इलाकों मैनिया, टोंडरपुर, पुनौती, खमरिया, रठिया, कुंभिया आदि में बड़े पैमाने पर गुपचुप रूप से कच्ची शराब की भट्ठियां दहकती हैं। पलटा गुड़ से बनाए जाने वाली शराब में यह जरायम पेशा लोग इसे और नशीला बनाने को रासायनिक खाद यूरिया व नौशादर बड़े पैमाने पर मिलावट करते हैं। पुलिस व आबकारी महकमे की तमाम बरामदगियों में यूरिया व नौशादर भी बरामद किया गया है। यूरिया व नौशादर शरीर पर खतरनाक प्रभाव डालता है। कभी- कभी तो कच्ची शराब बनाने वाले स्प्रिंट का भी प्रयोग करते हैं जो स्वास्थ के लिए अत्याधिक खतरनाक है। शराब अवैध करोबार पर पूर्व मे तैनात रहे एसओ जयशंकर सिंह ने मैनिया और टोंडरपुर क्षेत्र मे शराब माफियो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए उन्हे जेल भेजा और शराब के कारोबार से एकत्र की गई अकूत संपत्ति को भी नीलाम कराने का काम किया था। जिसके बाद कच्ची शराब के कारोबार पर लगाम लग गई थी,लेकिन उनके जाते ही कच्ची शराब का कारोबार एक बार फिर से तेजी से शुरु हो गया है और पुलिस इस लगाम लगाने मे नाकाम साबित हो रही है।। खुटार से मोबाइल वाणी संवाददाता अभिषेक प्रताप सिंह सूर्यवंशी की ग्राउंड रिपोर्ट