हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला झाँसी से विकेश प्रजापति , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि यह बहुत अच्छा है अगर किसान एम . एस . पी . को एक कानूनी प्रक्रिया के रूप में मानना शुरू कर दें और इसे कानूनी प्रक्रिया में लाएं , विशेष रूप से बुंदेलखंड के मंडी में भी तो उनको उचित रेट नहीं मिलता है,हमारी फसल को सही दर और एक निश्चित दर मिले ताकि हम सरकार में अपनी फसल बेच सकें । और सरकार को समय से पैसे किसान के खाते में देने चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला झाँसी से विकेश प्रजापति , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि किसी भी राजनीतिक दल में , पक्ष या विपक्ष में , हमेशा जवाबी हमला होता है , जैसे कि किसी भी सत्तारूढ़ दल का कोई भी बयान । इसे बयानबाजी कहा जाता है , जैसे ही वह बयान आता है , विपक्षी दल तुरंत यह कहकर जवाब देता है कि इसके साथ ऐसा हो सकता है और इसलिए ये सभी चीजें नहीं की गई हैं । इसलिए बार - बार यह हर शक्ति और पार्टी के विरोध में चलता है , इसलिए हमारे जो भी सहयोगी बोलते हैं , वे इन बातों का जवाब देते हैं । विचारशील निर्णय अपने दल से अपने दल के पदाधिकारियों को लेने होते हैं और इन बातों को बड़े पैमाने पर सुचारू रूप से राजनीतिक दलों को बताना होता है । उनका कहना है कि यह एक श्रृंखला प्रक्रिया है , एक - दूसरे से जुड़ना , एक साथ रहकर हर चीज का जवाब देना हमारे देश भारत में एक राजनीतिक प्रक्रिया मानी गई है । आज भी हम कहते हैं कि चाहे केंद्र में हो या राज्य में , सरकारें एक - दूसरे पर आरोप - प्रत्यारोप लगाती रहती हैं , यह युग चलता रहता है और इस युग में सोशल मीडिया या समाचार पत्रों में लगातार खबरें आती रहती हैं ।

Transcript Unavailable.

Jhansi mobile vani

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। श्रोताओं की क्या राय है, चलिए सुनते हैं। इस बारे में बचपन मनाओ... सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.

सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की क्षमता बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार कहानी, तो रिकॉर्ड करें फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

बनो नई सोच ,बुनो हिंसा मुक्त रिश्ते की आज की कड़ी में हम सुनेंगे महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और हिंसा के बारे में।