फतेहपुर, । शहर में फिजियोथेरेपी सेंटर में मनमानी पर जिम्मेदार बेखबर हैं।सिर्फ एक सेंटर का पंजीयन है। हालांकि फिजियोथेरेपी के रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं हैं लेकिन विभाग बिना डिग्री व डिप्लोमा संचालित थेरेपी सेंटरों को लेकर भी बेखबर है। बड़े शहरों के बाद छोटे शहरों में भी तेजी से फिजियोथेरेपी सेंटर खोले जा रहे हैं। शहर में करीब एक दर्जन से अधिक फिजियोथेरेपी सेंटर हैं। सिविल लाइन में पूर्वी कलेक्ट्रेट गेट के पास संचालित एक सेंटर बिना डिग्री व डिप्लोमा संचालित है। शहर के आबूनगर में फर्जी डिग्री पर मरीजों को थेरेपी के नाम पर लूटा जा रहा है। फिजियोथेरेपी सेंटर खोलकर कर रहे अंग्रेजी इलाज कुछ ऐसे भी ऑर्थो एंड फिजियोथेरेपी सेंटर खुले हैं जो फिजियोथेरेपी के साथ अन्य बीमारियों का इलाज भी चोरी छिपे कर रहे हं। मरीज तक भर्ती किए जा रहे हैं और इलाज अंग्रेजी दवाओं से किया जा रहा है। क्या होती है फिजियोथेरेपी फिजियोथेरेपी करने वाले विशेषज्ञ (फिजियोथेरेपिस्ट) चोट, जोड़ों के दर्द, हड्डियों के दर्द, हृदय, छाती और फेफड़े, दिमाग और तंत्रिका-तंत्र से संबंधित परेशानियों से भी बचा सकते हैं। फिजियोथेरेपी या फिजिकल थेरेपी एक स्वास्थ्य देखभाल का पेशा है। उद्देश्य है शरीर की अधिकतम कार्य क्षमता को विकसित करना, जीवन भर कायम रखना और सुधारना है। एक फिजियोथेरेपी सेंटर का सीएमओ कार्यालय में पंजीयन है। यदि बिना पंजीयन ऐसे सेंटर चल रहे हैं तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी -डॉ. इस्तियाक, एसीएमओ