फतेहपुर। किसानों को पराली जलाने से अब निजात मिल सकेगी। अब पराली जलाने के बजाए किसान उसे बेच कर आय बढ़ा सकेंगे। दरअसल यूपी नेडा द्वारा सीबीजी (कम्प्रेस बॉयो गैस) प्लांट लगाने की कवायद शुरू कर दी है। प्लांट के संचालन से किसानों की आय में बढ़ोत्तरी के साथ युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। इसके लिए प्रशासन ने 16 एकड़ जमीन चिंह्नित कर कंपनी को उपलब्ध कराया है। गैस बनाने में होगा पराली का प्रयोग वर्तमान में पराली जलाने पर अन्नदाताओं के खिलाफ प्रदूषण फैलाए जाने के कारण कार्रवाई की जद में आ रहे है। लेकिन अब अन्नदाताओं को निजात मिल सकेगी। सीबीजी प्लांट में तैयार होने वाली गैस के लिए किसानों की पराली की खरीद की जाएगी, जिससे किसानों की आय बढ़ने के साथ ही उनके खिलाफ दर्ज होने वाले मुकदमें से भी निजात मिल सकेगी। प्रदूषण भी क्षेत्र के लोगों को राहत मिल सकेगी। प्रतिदिन पांच टन गैस का होगा उत्पादन सीबीजी प्लांट में एसीएनजी की भांति ही गैस का निर्माण किया जाएगा। जिसके पेट्रोल पंप को बेचे जाने की संभावनाएं जताई जा रही है। बताते है कि कंपनी को प्रति टन 75 लाख रुपये की सब्सिडी भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस प्लांट में प्रतिदिन पांच टन गैस का उत्पादन होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए सम्बंधित कंपनी को 16 एकड़ की भूमि निशुल्क उपलब्ध कराई जा चुकी है। सीबीजी प्लांट लगवाए जाने के लिए लगभग सभी प्रक्रिया को पूरा किया जा चुका है। उपलब्ध कराई गई जमीन पर जल्द ही प्लांट बनवाए जाने का काम शुरू किए जाने की संभावना है। इसका सीधा लाभ आम जनमानस को मिल सकेगा। -अनूप कुमार श्रीवास्तव, पीओ यूपी नेडा 16 रुपये प्रतिवर्ष देना होगा किराया सीबीजी प्लांट लगवाए जाने के लिए 16 एकड़ सरकारी जमीन को बिंदकी तहसील क्षेत्र के चांदपुर तृतीय में चिंहित किया गया है। जहां जल्द ही प्लांट लगवाए जाने का काम शुरू होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस सरकारी जमीन का प्रति एकड़ एक रुपये के हिसाब से सम्बंधित को 16 रुपये सालाना अदा करना होगा। बताते है कि प्लांट के लिए यदि जमीन कम पड़ती है तो उसे कंपनी को खरीदना होगा। कुलदीप जैन