जल जमाव की समस्या से जूझ रहा सुदामा चौराहा,हल्की बारिश में हो जाता है जल जमाव की समस्या

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लार क्षेत्र में सड़को का बड़ा बुरा हाल है। ग्रामीण अंचलों के अलावा मुख्य मार्ग की भी स्थिति गड़बड़ है। लार कस्बा के ब्लाक के समीप से होकर रामजानकी मार्ग को जोड़ने वाली बाईपास मार्ग की स्थिति इतनी खराब है कि आये दिन इस पर घटना सामने आ रही है। इस सड़क पर चलने वालों वाहनों के हिचकोले खाने के साथ ही बाइक चालको का फिसल कर गिरना आम बात हो गई है। आरसीसी हुई सड़क तो इस कदर टूट चुकी है मानो यह सड़क कभी आरसीसी हुई ही नही। इस सड़क किनारे कोर बन जाने से यह सड़क और भी खतरनाक हो गई है। थोड़ी सी असावधानी भी यहाँ भारी पड़ जा रहा है। वही यह सड़क गा मुक्त सड़क को मुंह भी चिढ़ा रही है। रविवार को एक बड़ा हादसा होते होते उस समय बच गया जब एक बाइक थाने की तरफ से रामजानकी मार्ग की तरफ जा रही थी और इन बाइक पर बैठी महिला घारी के सामने एक बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान के सामने फिसलकर गिर गई। संयोग अच्छा था कि इस व्यस्ततम सड़क पर पीछे से कोई वाहन नही आ रही थी। महिला को चोट तो नही लगी। अगर पीछे से कोई वाहन आ रहा होता बड़ा हादसा होना निश्चित था।

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सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की क्षमता बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार कहानी, तो रिकॉर्ड करें फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

दोस्तों, हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे।अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार चुटकुला, तो रिकॉर्ड करें मोबाइल वाणी पर, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर और जीतें आकर्षक इनाम।

उत्तरप्रदेश राज्य के देओरीया जिला के भाटपारणी प्रखंड से पुनीत कुमार पाण्डेय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गाँव में छोटे बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए खोले गए देवरिया आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की अच्छी देखभाल के लिए उनका पोषण पर्याप्त नहीं है । इन केंद्रों की इमारतें अब जर्जर अवस्था में हैं । बिजली नहीं है और शौचालयों की कमी है । कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । माता - पिता भी अपने छोटे बच्चों के बारे में चिंतित हैं ।