तहसील बलिया के उपजिलाधिकारी आत्रेय मिश्रा ने वरासत संबंधी मामले में लेटलतीफी में एक लेखपाल को निलंबित किया है। वहीं, डीएम रविंद्र कुमार ने सभी उप जिलाधिकारियों से कहा कि किसी भी हाल में वरासत संबंधित प्रकरण लंबित नहीं होने चाहिए। सभी का निस्तारण तय समय सीमा के अंदर होना चाहिए। पूजा पुत्री स्व. हरिलाल निवासी नूरपुर तहसील बलिया ने 10 जनवरी को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी कि नूरपुर में उनकी माता की मौत के बाद आवेदन करने पर भी हल्का लेखपाल ने वरासत की कार्यवाही नहीं की। गलत रिपोर्ट लगाकर आवेदन पत्र निस्तारित करा दिया। मामले की जांच राजस्व निरीक्षक हल्दी से कराई गई। इसमें बताया गया कि नूरपुर में एक भूमि पर रमुना देवी पुत्री विश्वनाथ का नाम दर्ज है। रमना देवी की मौत के बाद वरासत के लिए आनलाइन आवेदन किया गया। हल्का लेखपाल ने न ही वरासत की, न ही विवादित प्रकरण हल कराया। इसके कारण वरासत का प्रकरण लंबित रह गया। क्षेत्रीय लेखपाल शिवशंकर उपाध्याय-नूरपुर ने आवेदिका के आवेदन को बिना कारण लम्बित रखा। ये घोर लापरवाही है।
