Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

कान के बाहर अगर फुंसी हो जाए तो नीम की पट्टी को पीसकर उसे पर लगा ले

आपको गले में दर्द और दर्द हो तो सर्दी से बचने के लिए आसान घरेलू उपचार यदि सर्दियों में आपकी नाक बंद हो जाती है , तो अपना गला साफ करने के लिए एक चुटकी नमक के साथ एक गिलास गर्म पानी से कुल्ला करें । सुबह और शाम शहद के साथ अदरक का सेवन भी वायरस को आपके शरीर में फिर से प्रवेश करने से रोकता है । इससे जल्दी आराम मिलता है । हल्दी , जब गर्म दूध के साथ मिलाया जाता है , तो बलगम को कम करता है और सर्दी से राहत पाने में भी बहुत प्रभावी होता है । चाह्ती है एक अदरक सिद्धांत पुदीने और काली मिर्च के साथ गर्म चाय ठंडे राहत पानी के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार है ।

आपके बाल सूखे हैं तो सप्ताह में एक बार अपने बालों पर गर्म तेल न लगाएं । साज और भाप का तेल बालों को सूखने से रोकेगा और उन्हें नरम बनाएगा । बालों पर मेहंदी तब तक लगाएँ जब तक कि उनका रंग रंगना शुरू न हो जाए और फिर तुरंत धो लें । बालों पर जितनी देर तक मेहंदी लगाई जाती है , उतनी ही देर तक बालों में नमी सूख जाती है । लार ग्रंथियाँ सक्रिय हो जाती हैं जो बालों के सूखापन को कम करती हैं । गाजर का रस शहद और नमक के साथ पीने से दृष्टि कम हो जाती है । किडनी की पथरी से छुटकारा पाने के लिए नियमित रूप से तरबूज का सेवन करें । चुकंदर में आयरन की मात्रा अधिक होती है । इसके नियमित सेवन से चेहरे पर चमक आती है , करेला का कड़वा पेय हृदय के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है , यह रक्त को साफ रखता है ।

जीभ और मुंह सूख जाने का घरेलू उपचार नारियल के पानी में चंदन पीस लें । रोगी को बीस ग्राम घोल खिलाने से मुंह की सूखापन दूर हो जाती है और प्याज की कमी दूर हो जाती है । इसे पूरी तरह से रखने के बाद चूसने से मुंह और जीभ की सूखापन दूर हो जाती है । आंवले का मुरब्बा प्रतिदिन दस ग्राम से बीस ग्राम की मात्रा में दें । पित्त दोष के कारण मुँह का सूखापन दिन में तीन बार चार सौ अस्सी ग्राम गुड़ को जफल में खाने से समाप्त हो जाता है ।

नुक्कड़ नाटक और मेला कार्यक्रम एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम के तहत लोगों को जागरूक किया गया और ब्लॉक में एक प्रदर्शनी लगाई गई जिसके बाद खंड विकास अधिकारी डॉ . अरशद नाथ त्रिपाठी ने स्वच्छ भारत मिशन पंचायती राज कार्यक्रम की वैन को हरी दिखाई । इस अवसर पर प्रखंड विकास अधिकारी डॉ . आराधना त्रिपाठी ने कहा कि गाँव में सड़क नाटकों और स्वच्छता के माध्यम से गाँव में शौचालयों के निर्माण और उपयोग के बारे में लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए । इस अवसर पर ए . डी . ओ . आई . एस . डी . प्रदीप कुमार श्रीवास्तव , प्रखंड अध्यक्ष पंचायत सावन कुमार , प्रखंड प्रेरक अजय सिंह , प्रधान संघ उपस्थित थे ।

जिलाधिकारी आर के भारद्वाज ने तहसील परिसर का वार्षिक निरीक्षण किया।