सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की क्षमता बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार कहानी, तो रिकॉर्ड करें फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में 'बचपन मनाओ-बढ़ते जाओ' कार्यक्रम सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में दबाएं नंबर 3.

किसी भी शहर की वैसे तो कई पहचानें हो सकती हैं, आप की पहचान क्या है यह आपको खुद ढूंढना पड़ेगा, हां यह शहर आपकी मदद कर देगा बिना यह जाने के आप कौन है, कहां से आए हैं, और किसलिए आए हैं। यह इलाहाबाद में ही संभव है कि यह राजनीति की पाठशाला भी बनता है, तो धर्म का संगम भी इसी के हिस्से है, धर्म और अधर्म के बीच झूलती राजनीति को सहारा और रास्ता दिखाने वाली तालीम और साहित्य भी इसी शहर की पहचान हैं। इस सब के बावजूद कोई अगर प्रेम न कर पाए तो फिर उसके मानव होने पर भी संदेह होने लगता है।

दोस्तों, हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार चुटकुला, तो रिकॉर्ड करें मोबाइल वाणी पर, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा कृषि में ड्रोन के लाभ तथा उपयोग के बारे में जानकारियाँ दे रहे है अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें 

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।

यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो बिहार में जेस्चर इंडिया कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निकाली गई सिक्योरिटी गार्ड के पदों की भर्ती पर मासिक 10,000 - 14,000 रूपए वेतन पर कार्य करने के लिए इच्छुक है। इस पद के लिए वैसे अनुभवी तथा फ्रेशर्स उम्मीदवार आवेदन कर सकते है जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 12वीं में बोर्ड की परीक्षा उत्तीर्ण किया हो। अगर आपके पास माँगी गई सारी योग्यताएं है तो आप अपना आवेदन पत्र इस पते पर भेज सकते है। पता है - संदल रोड, नियर बिस्कोमान गोलम्बर, मौर्या विहार कॉलोनी, कुम्हरा, पटना, बिहार - 800007।इस नौकरी से संबंधित अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति फ़ोन पर भी संपर्क कर सकते है. संपर्क संख्या - +91 9153973071 तो साथियों, अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक बटन दबाये . साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं। धन्यवाद !

कोई भी राजनीतिक दल हो उसके प्रमुख लोगों को जेल में डाल देने से समान अवसर कैसे हो गये, या फिर चुनाव के समय किसी भी दल के बैंक खातों को फ्रीज कर देने के बाद कैसी समानता? आसान शब्दों में कहें तो यह अधिनायकवाद है, जहां शासन और सत्ता का हर अंग और कर्तव्य केवल एक व्यक्ति, एक दल, एक विचारधारा, तक सीमित हो जाता है। और उसका समर्थन करने वालों को केवल सत्ता ही सर्वोपरी लगती है। इसको लागू करने वाला दल देश, देशभक्ति के नाम पर सबको एक ही डंडे से हांकता है, और मानता है कि जो वह कर रहा है सही है।

बिहार राज्य के जमुई जिले से सज्जन कुमार सिंह काले चने की घुघनी बनाने के बारे में जानकारी दे रहे हैं काले चने-200 ग्राम सरसों का तेल-2 से 3 चम्मच जीरा-एक टी स्पून प्याज- 2 बड़ा साइज (कटा हुआ) हरी मिर्च-तीन से चार (बारीक कटी हुई ) नमक-स्वादानुसार धनिया पाउडर-1 टेबलस्पून स्पून हल्दी पाउडर-1 टेबलस्पून गरम मसाला-1 टेबलस्पून हल्दी पाउडर- 1/2 चम्मच मिर्ची पाउडर- 1 चम्मच बिहारी स्टाइल चना घुघनी बनाने के लिए सबसे पहले चना को एक रात पहले ही पानी में भिगोकर रख दें, ताकि यह नरम हो जाए. अगली सुबह चना को धोकर कुकर में थोड़ा नमक और पानी डालकर लगभग 5 से 6 सिटी लगाएं अब एक कड़ाही या पैन में तेल गर्म करें और इसमें जीरा और कटी हुई हरी मिर्च का तड़का लगाएं. जब जीरा और हरी मिर्ची चटक जाए तो उसमें कटा हुआ प्याज डालें और हल्का सुनहरा होने तक उसे फ्राई करें. जब प्याज सुनहरा हो जाए तो इसमें सभी मसाले जैसे हल्दी मिर्ची, धनिया, गरम मसाला पाउडर, नमक डालकर थोड़ी देर मसाले को भून लें मसाला जब थोड़ा पक जाए तो इसमें उबला हुआ चना डालें और इसे खूब अच्छे से मिक्स करें. थोड़ी देर के बाद इस में जरूरत के मुताबिक पानी डालें और इसे पकने दें. इसके बाद इसमें कसूरी मेथी डालें और ढककर 3 से 4 मिनट तक बनाए. लिजीए आपकी घुघनी तैयार है, इसे आप पराठा या चावल या वैसे ही शाम के नाश्ते के तौर पर खा सकते हैं. इसे और लजीज बनाने के लिए इसमें ऊपर से बारीक प्याज और खीरे और नींबू डाल कर खाएं.

सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की क्षमता बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार कहानी, तो रिकॉर्ड करें फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।