पन्ना टाइगर रिजर्व के बफर जोन एवं उत्तर वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र विश्रामगंज की टगरा बीट के घने जंगलों में भियांरानी स्थान के पास पर्यावरण स्मृति वन के पीछे बेसकीमती हीरों के लालच में वन कर्मियों की सांठ-गांठ से हीरा माफिया जंगलों को तहस-नहस करने में लगे हैं। अवैध हीरा उत्खनन की अनगिनत खबरें प्रकाशित होने और कई शिकायतों के बाद भी कार्यवाही नहीं हुई। रेंजर, एसडीओ, डीएफओ और सीसीएफ जांच के नाम पर मामले को टाल देते हैं। और हीरा माफिया लगातार जंगलों को खोखला करने में लगे हैं। हालांकि पन्ना जिले के जंगलों में कई जगह पर हीरा की अवैध खदानें चलने की सूचना है, लेकिन यहां कुछ अलग है। यहां दिन के बजाय रात में खुदाई होती है। अन्य स्थानों पर खुदाई के बाद धुलाई और बिनाई वहीं होती है। लेकिन यहां खुदाई करने के बाद चाल को मौके पर धोने के बजाय यहां से ट्रैक्टर ट्राॅली से अन्य स्थान पर ले जाकर धोया और बीना जाता है। लोगों का कहना है कि इस प्रकार जंगलों से रातों-रात हीरा धारित चाल की खुदाई कर अन्य स्थान पर ले जाना आम व्यक्ति के बस की बात नहीं है। सवाल उठता है कि यहां से खुदाई के बाद चाल की धुलाई और बिनाई कहां होती है।