विश्व वन्यजीव दिवस जिसे आप वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे के नाम से भी जानते है हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य है की लोग ग्रह के जीवों और वनस्पतियों को होने वाले खतरों के बारे में जागरूक हो इतना ही नहीं धरती पर वन्य जीवों की उपस्थिति की सराहना करने और वैश्विक स्तर पर जंगली जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य या दिवस मनाया जाता है.विश्व वन्यजीव दिवस के उद्देश्य को पूरा करने के लिए है हर वर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है जिससे लोगो में इसके प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूकता को बढ़ावा मिले . हर वर्ष की तरह इस वर्ष 2024 का विश्व वन्यजीव दिवस का थीम है " लोगों और ग्रह को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज" है। "तो आइये इस दिवस पर हम सभी संकल्प ले और वन्यजीवों के सभी प्रजातियों और वनस्पतियों के संरक्षण में अपना योगदान दे।

Transcript Unavailable.

बैतूल

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

बैतूल

Transcript Unavailable.

बैतूल। सावलमेंढा परिक्षेत्र अंतर्गत वन विभाग की टीम ने ग्राम दाभोना में एक घर से दुर्लभ प्रजाति रेड सैंड बोआ सांप का रेस्क्यू किया है। वन विभाग में तस्करी के आरोप में एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है।वनमंडलाधिकारी दक्षिण बैतूल (सा.) वनमंडल से मिली जानकारी के अनुसार विगत 30 नवंबर को परिक्षेत्र सावलमेंढा को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली थी सूचना के आधार पर परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा डीएफओ विजयानन्तम टी.आर. (भा.व.से.) के निर्देशानुसार अधिनस्थ स्टाफ की टीम गठित कर दादू व. जीरू के घर जांच के लिए भेजी गई। जांच के दौरान दादू व. जीरू के घर पहुंचकर उससे पूछताछ की गई। पहले तो दादू ने घर में सांप रखने की बात से इंकार किया, बाद में घर की तलाशी लेने पर प्लास्टिक की ड्रम में रेत मिट्टी के साथ एक रेड सेन्ड बोआ प्रजाति का सांप पाया गया। आरोपी के घर से सांप रेड सेन्ड बोआ का रेस्क्यू कर मौंका पंचनामा तैयार किया गया। रेस्क्यू किये गये सांप को वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39, 40, 50, 51, 52 के तहत जप्त कर वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। रेस्क्यू किये गये सांप सहित आरोपी को परिक्षेत्र कार्यालय लाकर बयान लिये। बयान में दादू व. जीरू धावड़े ने रेड सेन्ड बोआ सांप को खेत के रास्ते से पकड़कर लाना कबुल किया। रेस्क्यू किये रेड सेन्ड बोआ सापं को सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया एवं आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय द्वारा आरोपी को 14 दिन का ज्यूडिशियल वारंट जारी कर रिमांड में जेल भेजा गया। रेस्क्यू टीम में रमेश महस्की वनपाल, प्रवीण गुप्ता बीटगार्ड, उत्सव मालवीय बीटगार्ड।एवं सुरक्षा श्रमिकों द्वारा विशेष योगदान रहा।