बैतूल। सेव इंडियन फैमिली के बैनर तले रविवार को जिले में लगातार दूसरी बार पुरुष दिवस मनाया गया। निजी होटल में आयोजित कार्यशाला में जिले के कुछ ऐसे पुरुष पहुंचे जो वर्षों से समाज में उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचकर एसआईएफ संगठन के पदाधिकारियों से अपनी पीड़ा व्यक्त की। कार्यक्रम में समाजसेवी एवं परिवार परामर्श केंद्र की सदस्य वरिष्ठ समाजसेवी मीरा एंथोनी, डॉ. पुष्पा रानी आर्य, पत्रकार गौरीबालापुरे पदम एवं एसआईएफ के काउंसलर डॉ संदीप गोहे मौजूद थे। -- पंजाब से बैतूल पहुंचे एक आर्मी जवान ने बताई पीड़ा-- पंजाब से बैतूल पहुंचे एक आर्मी जवान ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि मेरी पत्नी के ने मुझ पर कई आरोप लगाए गए हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से भी मुझे और मेरे परिवा को बदनाम करना चाहा। इन सबके कारण मैं बहुत डिप्रेशन में था। बुरे विचार मेरे मन में आ रहे थे, मैं अपना जीवन समाप्त कर लूं। पता चला कि रविवार यहां एक सेमिनार है। जिसकी सहायता से मुझे कुछ न्याय मिल सके। पत्नी ने मुझ पर तीन केस कर रखे हैं। मुझे बदनाम किया गया है। इसलिए आज मैं इतनी दूर से यहां न्याय की आस में आ या हूं। यह बताते हुए आर्मी जवान का गला रूंध जाता है। सेमिनार में बैतूल के एक बुजुर्ग दंपत्ति भी पहुंचे थे। जिन्होंने बताया कि उनकी बहू ने बेटे को मां-बाप से अलग रहने का दबाव बनाया। इसके बाद बेटा बहू के साथ अलग रहता है। मां-बाप से मिलने के लिए भी बेटे को बहू से छुपकर आना पड़ता है। कार्यक्रम के उद्देश्य की जानकारी देते हुए डॉ संदीप गोहे ने बताया कि महिलाओं द्वारा की गई झूठी शिकायतों से परेशान सहित परिवार में उपेक्षित पुरुषों, बुजुर्गों को कानूनी जानकारी से अवगत कराना एवं उनकी आवाज मुखर करना ही कार्यक्रम का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि समाज में दहेज प्रताड़ना, हनी ट्रैप, ऑनलाइन फ्रेंडशिप, शादी के लिए दबाव बनाना, लिव इन रिलेशनशिप में वर्षों तक रहने के बाद झूठे केस लगाना, वर्किंग प्लेस पर हरेसमेंट, धारा 498, 125 सीआरपीएस, घरेलू हिंसा एक्ट 2005 व अन्य कानूनों के दुरुपयोग से पुरुष प्रताड़ना के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने झूठे प्रकरण के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कानून सभी के लिए है यदि महिला प्रताड़ित होने पर पुलिस और कानून की मदद ले सकती है तो पुरुष को भी यह अधिकार है।