साथियों मोबाइल वाणी लेकर आ रहा है, घुमक्कड़ी का नया कार्यक्रम चलो चलें। जिसमें आप सुनेगें आपके शहर गांव कस्बों की एक नए रोचक अंदाज में घुमक्कड़ी।

भारत सरकार के पूर्व रेलमंत्री ललित नारायण मिश्र की 49 वीं पुण्यतिथि पर उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दी गयी। फारबिसगंज रेलवे स्टेशन परिसर स्थित ललित नारायण मिश्र स्मारक स्थल पर मौलाना मुश्ताक अहमद मेमोरियल सोसायटी के तत्वावधान में समारोह आयोजित कर मनाई गई। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने पूर्व रेल मंत्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने स्व. मिश्र के जीवनी पर अपने अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि देश के रेल मंत्री के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले स्व ललित नारायण मिश्र के खींचे गए विकास की बड़ी लकीर से कोई बड़ी लकीर नहीं खींची जा सकी। कहा कि रेलवे के विकास में उनका अमूल्य योगदान है। कोसी- मिथिलांचल में रेल की सुविधा स्व. ललित बाबू की ही देन है। आम लोगों के बीच उनकी पहचान एक सरल और सुलभ राजनेता के रूप में थी।वक्ताओं ने कहा कि पूर्व रेल मंत्री जिस भी विभाग में मंत्री रहे वहां विकास का काम हुआ। उनका सबसे ज्यादा योगदान रेलवे के विकास में है। वही आफताब आलम एवं समाजसेवी वाहिद अंसारी ने कहा कि दुर्भाग्य है की उनकी मृत्यु के 48 वर्ष बीत गए लेकिन आज तक उनकी प्रतिमा रेलवे परिसर में स्थापित नहीं की जा सकी। उन्होंने कहा की तीन जनवरी 1975 के उस मनहूस दिन पूरा देश हिल गया था, जब कोसी पुत्र तत्कालीन रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र की मौत हुई थी। एक दिन पहले बिहार के समस्तीपुर स्टेशन पर उन्हें बम मारकर बुरी तरह घायल कर दिया गया था। घटना के अगले दिन दानापुर रेलवे स्टेशन पर उनकी मौत हो गई थी। जहां दानापुर रेलवे स्टेशन पर उनकी मौत हो गई थी।जहां दानापुर से उनके घर वीरपुर के बलुआ ले जाने के क्रम में ललित बाबू के शव को फारबिसगंज रेलवे स्टेशन परिसर में रखा गया था। उसी समय प्रतिमा स्थापित मांग जारी है लेकिन किसी के कानों में जूं तक नहीं रेंगती। मौके पर स्टेशन अधीक्षक मनोज झा,मुख्य पार्षद वीणा देवी, उप मुख्य पार्षद नूतन भारती,पार्षद बुलबुल यादव,पार्षद इरशाद सिद्दीकी,वाहिद अंसारी, सुनील मिश्रा,मोहम्मद इलियास,सुनील यादव, रमेश सिंह, गुड्डू अंसारी, सत्यनारायण पासवान, अशोक धानुका, रामकुमार भगत, आमिर नदीम,कुद्दुस अंसारी,आरपीएफ के ललित ठाकुर आदि मौजूद थे।

फारबिसगंज एसडीएम शैलजा पांडेय ने नगर परिषद क्षेत्र स्थित विभिन्न खाद दुकानों और गुदामों में जाकर रासायनिक खाद और उर्वरक के उपलब्धता को लेकर स्टॉक मिलान किया।एसडीएम शैलजा पांडेय के साथ अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सुधांशु कुमार,प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश्वर प्रसाद सिंह सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।एसडीएम ने स्टॉक पंजी के साथ साथ रासायनिक खाद की उपलब्धता का भौतिक मिलान किया।साथ ही दुकानों में लगे दर तालिका का भी जायजा ली।एसडीएम ने खासकर रबी फसल के लिए यूरिया और डीएपी की उपलब्धता को लेकर जांच की और कृषि विभाग के अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दी।किसानों को तय निर्धारित कीमत पर रासायनिक खाद रबी फसल के लिए उपलब्ध हो सके,इसके लिए समुचित प्रबंध करने का निर्देश दिया।एसडीएम ने हॉस्पिटल रोड स्थित मेसर्स मां भवानी खाद भंडार, किसान ट्रेडर्स आदि प्रतिष्ठानों में स्टॉक का मिलान की। उल्लेखनीय है कि हरेक साल खाद माफियाओं और दुकानदारों के द्वारा कृत्रिम कमी दिखाकर किसानों को रासायनिक उर्वरक उपलब्ध कराते थे।जिसको लेकर पिछले कई सालों में किसानों की ओर से विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन भी हुआ।दरअसल भारत नेपाल सीमाई इलाका होने के कारण खाद माफियाओं के द्वारा बिहार के अलावे अवैध तरीके से बंगाल से खाद खासकर यूरिया और डीएपी मंगाकर कालाबजारी के साथ साथ नेपाल बहुतायत संख्या में तस्करी को अंजाम देते रहे हैं।खाद की कृत्रिम किल्लत के कारण किसानों को किसानी में भारी परेशानी उठानी पड़ती रही है।इसी को लेकर अनुमंडल प्रशासन की ओर से पहले से ही कमर कसते हुए इस तरह की पहल की है।इधर अचानक एसडीएम के दुकानों और गुदामो में रासायनिक खाद और उर्वरक के मिलान को लेकर खाद माफियाओं और दुकानदारों में हड़कंप मच गया है।छापेमारी समझ कर कई दुकानदारों ने अपनी दुकान की शटर गिरा ली।

हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए...

नमस्कार आदाब श्रोताओं, मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा निकाली गई कुल 484 सफाई कर्मचारी, उप कर्मचारी के पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 10वीं पास किया हो। इसके साथ ही उम्मीदवार की आयुसिमा अधिकतम 26 वर्ष तक होनी चाहिए । इन पदों पर वेतनमान नियम अनुसार दिया जाएगा। इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://ibpsonline.ibps.in/cbiskssnov23/. योग्य उम्मीदवारों का चयन ऑनलाइन परीक्षा और स्थानीय भाषा टेस्ट के बाद किया जाएगा। याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 09-01-2024 है । तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी, तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक का बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं।

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सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

जनभावनाओं को खुश करने से इतर सरकार के क्या काम हैं? संविधान की भावना के अनुसार सरकार का काम है कि देश में वैज्ञानिक चेतना का विकास करे, जिससे देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़े। राम मंदिर बनने पर शायद ही किसी को कोई आपत्ति हो, पर इस बात पर आपत्ति बनती है कि इसकी कीमत क्या है? देश की बीस प्रतिशत आबादी को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर या फिर विज्ञान के सहारे आगे बढ़ रहे देश को पीछे की तरफ ले जाकर। राम मंदिर जनभावनाओं का मसला है तो फिर प्रधानमंत्री और सरकार का क्या काम है? दोस्तों, आप इस मसले पर क्या सोचते हैं, राम मंदिर के निर्माण में संविधानिक पदों पर बैठे लोगों का क्या काम? इस मसले पर आप जो भी सोचते हैं उसको रिकॉर्ड करें ग्रामवाणी पर अपने फोन से तीन नंबर का बंटन दबाकर या फिर मोबाईलवाणी के एप पर जाकर।

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