जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में 'बचपन मनाओ-बढ़ते जाओ' कार्यक्रम सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में दबाएं नंबर 3.

44 वे मंडलीय बेसिक खेलकूद प्रतियोगिता के द्वितीय दिवस पर आयोजित एथलेटिक्स प्रतियोगिता में मंडलीय, सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक षष्ठ मंडल लखनऊ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

सीतापुर जिले में 36 केन्द्रों पर समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी की पहली पाली की परीक्षा हुई संपूर्ण जिला प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कराई गई परीक्षा

शुक्रवार को हुई मारपीट में घायल सईद उर्फ चीना पहलवान को इलाज के लिए रविवार को परिजन उसे लखीमपुर इलाज के लिए ले जा रहे थे तभी रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कोतवाली प्रभारी मुकुल प्रकाश वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को हुई मारपीट की घटना में सुसंगत धाराओं में अपराध दर्ज है और घायल की मृत्यु होने पर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

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"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ जीवदास साहू लाही या माहू से फसलों को होने वाले नुकसान एवं उपचार सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं । विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें...

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा मिर्च में लगने वाले माइट कीट और इसके नियंत्रण की जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

जैसा की आपको पता है की बच्चों के पेट में होने वाले कृमि संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेशभर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान चलाये जा रहे है जिससे बच्चे स्वस्थ्य और सुरक्षित रहे। हर साल 10 फरवरी को भारत राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाता है।इस दिन सभी आँगनबाड़ी केन्द्रो , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर एवं सभी प्राथमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में 1 से 14 वर्ष तक के बच्चों में कीड़ों के असर को खत्म करने की दवा खिलायी जाती है। देश भर में बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार और कृमि मुक्ति के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उठाया गया यह एक सराहनीय कदम है। दोस्तों हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी कृमि रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक खास थीम बनाई गयी है.,इस साल यानी 2024 की थीम है “एसटीएच हटाएं: बच्चों के स्वस्थ भविष्य में निवेश करें”। यह थीम देश को कृमि मुक्त कैसे करें,यह समझने में मदद करने के लिए बनायीं गई है। कृमि रोग बच्चों में होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो बच्चो के मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित करता है। इसलिए आइये हम सब मिलकर एक संकल्प ले और इस अभियान का हिस्सा बन कर देश को कृमि मुक्त बनाये और बच्चों के भविष्य को सुंदर बनाये और सुरक्षित करें। मोबाइल वाणी परिवार की और से आप सभी श्रोताओं को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं

शुक्रवार को कोतवाली पुलिस को पत्र देकर आरोप लगाया है कि, गांव के रामप्रताप पुत्र लालता प्रसाद ने बिगत 18 जनवरी को तार व खंभा लगाकर उक्त आम रास्ते पर कब्जा कर उसको बंद कर दिया है जबकि यह एक आम रास्ता है और उसे पर पेयजल का पाइप भी डाला गया है। ग्रामीण ने आरोप लगाया है कि रास्ता बंद करने की सूचना उप जिला अधिकारी को भी दी गई थी परंतु अभी तक अवैध कब्जा हटाकर उक्त मार्ग को खुलवाया नहीं गया है।

लहरपुर क्षेत्र के प्रसिद्ध सूर्य कुंड मंदिर पर शुक्रवार को मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने मौन व्रत रखकर पवित्र सरोवर में स्नान कर भोले शंकर की विशेष पूजा अर्चना की व सूर्य भगवान को अर्ध्य दिया। इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं के सैलाब ने पवित्र सरोवर में स्नान कर अपनी मनोकामना पूर्ण करने हेतु भगवान कामेश्वर नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। मौनी अमावस्या के अवसर पर नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालुओं ने पवित्र सूर्य कुंड मंदिर स्थित पवित्र सरोवर में स्नान कर कामेश्वर नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की, मान्यता है कि इस पवित्र सरोवर में स्नान करने से मनुष्य सभी रोगों से मुक्त हो जाता है। मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने जगह-जगह हवन पूजन किया और सुख समृद्धि हेतु भगवान शंकर का रुद्राभिषेक कर भगवान की कथा को श्रवण कर यथाशक्ति जरूरतमंदों को दान किया। इस मौके पर आयोजित भंडारों में भारी संख्या श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग कर प्रसाद ग्रहण किया। मौनी अमावस के अवसर पर मंदिर प्रांगण में एक मेले का भी आयोजन किया गया जिसमें आए हुए श्रद्धालुओं ने अपनी आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी की और बच्चों ने मेले का आनंद उठाया। सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा।