सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल ने विकास खंड क्षेत्र के ग्राम गणेशपुर नेवादा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का तहसील में समाधान दिवस में आते समय औचक निरीक्षण किया। उन्होंने क्षेत्र के ग्राम गौरिया प्रहलादपुर में इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया, और गांव में गंदगी देखकर नाराजगी व्यक्त कर तत्काल प्रभाव से साफ सफाई के लिए निर्देशित किया।
सीतापुर। ब्लॉक स्तर के जिम्मेदार अफसर व कर्मियों की लापरवाही से करीब 347 अपात्र व्यक्तियों को आवास योजना ग्रामीण का लाभ दिया गया है। इन्हे एक करोड़ 74 लाख रुपये दिए गए। विभिन्न स्तरों से इसका खुलासा होने के बाद लाभार्थियों के खाते में भेजी गई धनराशि की वसूली की तैयारी की जा रही है। सीडीओ की सख्ती के बाद सभी बीडीओ को शीघ्र वसूली के निर्देश दिए गए हैं। जिले के 19 ब्लॉक क्षेत्रों की विभिन्न ग्राम पंचायतों में पीएम और सीएम आवास योजना के लाभार्थियों काे आवासीय सुविधा दिए जाने में गड़बड़झाला किया गया है। अपात्रों का चयन कर धनराशि उनके खाते में भेजी गई है, जबकि तमाम पात्र भटक रहे हैं। प्रभावितों की ओर से इसकी शिकायतें निरंतर की जा रही हैं।
सीतापुर। परसेंडी विकास खंड की एक ग्राम पंचायत में करीब दो साल से करीब 25 लाख रुपये की धनराशि का दुरुपयोग किए जाने का आरोप लगाते हुए शिकायतें की जा रही हैं। एक मामले में डीएम की ओर से नामित जांच अधिकारी ने छह माह बाद जांच रिपोर्ट दी। इस कारण शिकायत के आठ माह बाद प्रधान से जवाब तलब किया गया है। गांव में हैंडपंपों को कई बार मरम्मत कराकर धनराशि निकाली गई, जो हैंडपंप रिबोर कराए गए, उनकी माप पुस्तिका ही नहीं उपलब्ध कराई गई है। मामला रिखौना ग्राम पंचायत का है। ग्राम पंचायत निवासी ध्रुव कुमार शुक्ला और नरेश अवस्थी ने शपथ पत्र पर बीते साल 15 अप्रैल को प्रधान और सचिव के विरुद्ध शिकायत की। विकास कार्य कराने के लिए भेजी गई धनराशि के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया। जिस पर डीएम अनुज सिंह ने 24 अप्रैल को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अफसर को जांच अधिकारी नामित किया।
सीतापुर। नगर पालिका ने शहर में नालों पर किए गए अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया। बुलडोजर की मदद से अवैध निर्माण ढहा दिए गए। पांच दिन पहले व्यापारियों से अतिक्रमण हटाने के लिए अपील की गई थी। लेकिन इस अपील का व्यापारियों पर कोई असर नहीं पड़ा। इस पर ईओ वैभव त्रिपाठी की अगुवाई में अभियान चलाया गया। सुबह करीब 11 बजे एक टीम पुलिस बल के साथ रोडवेज बस स्टेशन पहुंची। यहां नालों पर किए गए अतिक्रमण को बुलडोजर से ढहा दिया गया। व्यापारियों ने अपनी दुकान के आगे नालों पर पक्का निर्माण करके सीढ़ी व सामान रखने की जगह बना ली थी। टीम ने बस अड्डा चौराहा स्थित संजय पैलेस, होटल राजस्थानी, सीताराम मंदिर आदि तक नाले पर किए गए अतिक्रमण को हटा दिया। ईओ वैभव त्रिपाठी ने बताया कि यह अभियान पूरे शहर में चलाया जाएगा।
झरेखापुर (सीतापुर)। इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के नौव्वा महमूदपुर गांव के बाहर खेतों में बाघ के पगचिह्न दिखने से हड़कंप मच गया। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर कांबिंग की। टीम ने ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा। नौव्वा महमूदपुर गांव के बाहर सरसों के खेत में ग्रामीणों ने बाघ के पग चिह्न देखे। इसके बाद आननफानन वन विभाग को सूचना दी। मौके पर वन क्षेत्राधिकारी, वन दरोगा राजकुमार, अमित सिंह व अपनी समस्त टीम के साथ नौव्वा महमूदपुर गांव पहुंचे। वन क्षेत्राधिकारी सुयश श्रीवास्तव ने बताया कि जांच में पगचिह्न बाघ के प्रतीत हो रहे हैं। ग्रामीणों को सुझाव दिया गया है कि वह खेतों में समूह बनाकर जाएं।
खैराबाद। थाना क्षेत्र में चोर ने हाइवे स्थित एक कार शोरूम से तीन लाख रुपयों के पुर्जे चोरी कर लिए। घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चोर की तलाश शुरू कर दी है। क्षेत्र के नेशनल हाइवे 24 पर स्थित जमैय्तपुर गांव में मारूति कार का एक शोरूम है। चोर रविवार देर रात टीनशेड काटकर घुसा। चोर ने शोरूम के स्पेयरपार्ट स्टोर से करीब तीन लाख रुपये के पुर्जे चोरी कर लिए। इसकी भनक शोरूम के कर्मचारियों को तब लगी जब वह सोमवार सुबह आए। कर्मचारियों ने देखा कि स्टोर रूम की छत की टीन कटी हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। घटना को अंजाम देने वाला चोर सीसीटीवी में कैद हो गया है। महाप्रबंधक सर्विस अनुराग मिश्रा ने बताया कि पुर्जों का ऑडिट चल रहा है। लगभग तीन लाख रुपये के पुर्जे चोरी हुए हैं। एसओ नीरज सिंह ने बताया कि तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द खुलासा किया जायेगा।
मिश्रिख । करीब एक माह से लापता एक युवक का कंकाल रविवार को पेड़ से लटका मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव पतौंजा निवासी चंदन मिश्र (24) करीब एक माह पहले संदिग्ध हालात में लापता हो गया था। परिजनों ने काफी तलाशा लेकिन पता नहीं चला। इसके बाद गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। रविवार को गांव के पूरब स्थित चितवा नाले के पास जंगल में एक पेड़ से उसका कंकाल लटका मिला। परिजनों ने उसकी पहचान चंदन के रूप में की। ग्रामीण मामले को संदिग्ध बता रहे हैं। उनका कहना है कि एक माह तक शव जंगल में फंदे से लटका रहा लेकिन किसी को भी भनक नहीं लगी। इंस्पेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि परिजनों ने अभी तक किसी पर आरोप नहीं लगाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
हरगांव समिति के सचिव ने टिकरा गन्ना क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने गन्ना किसानों से बात ही नहीं की। कुछ देर तक धर्मकांटे व दस्तावेज का जायजा लेने के बाद सब कुछ ओके बताकर चले गए। टिकरा में गन्ने की अवैध मंडी लगाकर औने-पौने दाम पर खरीदारी को लेकर अमर उजाला ने खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद डीसीओ रत्नेश त्रिपाठी व सचिव भूपेश कुमार राय टिकरा क्रय केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे। लेकिन निरीक्षण रस्म अदायगी तक सीमित रहा। अधिकारियों ने न तो किसानों की समस्याओं को जाना और न ही पर्चियों के असमान वितरण पर कोई बात की। वहीं, जिला गन्ना अधिकारी रत्नेश त्रिपाठी व हरगांव गन्ना समिति के सचिव भूपेश कुमार राय के निरीक्षण की भनक दलालों को पहले लग गई।
सीतापुर लोकसभा चुनाव से पहले शहर को नए कैंची पुल की सौगात मिल जाएगी। लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने शनिवार को पुल निर्माण का निरीक्षण करते हुए इसके निर्देश दिए। मंत्री ने 20 जनवरी तक पुल का निर्माण पूरा करने के निर्देश राज्य सेतु निगम के अफसरों को दिए हैं। वहीं, लापरवाह इंजीनियरों के पेंच कसते हुए उन्हें फटकार भी लगाई। बता दें कि कैंची पुल का निर्माण अप्रैल में शुरू किया गया था। सरायन नदी पर 16 करोड़ 42 लाख 51 हजार रुपये की लागत से बनाए जा रहे कैंची पुल की लंबाई 90.23 मीटर है। लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने शनिवार को पुल निर्माण कार्य का निरीक्षण करते हुए गुणवत्ता का खास ख्याल रखे जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। मंत्री ने कहा कि पुलों को बनाते समय या उपयोग के दौरान यदि कोई कमी आती है, या गुणवत्ता खराब मिली तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई तय है।