मार्च 2020 में लगाए गए कोविड-19 लॉकडाउन से पहले, रेलवे वरिष्ठ नागरिकों और सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त पत्रकारों को ट्रेन किराए में 50 प्रतिशत की छूट देती थी। लॉकडाउन के दौरान रेलवे परिचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था, लेकिन जब जून 2022 में इसे पूरी तरह से फिर से शुरू किया गया, तो रेल मंत्रालय ने इन रियायतों को बहाल नहीं किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वरिष्ठ नागरिकों और मीडियाकर्मियों को कोविड-19 से पहले मिलने वाली कराये में छूट फिर से बहाल करने की मांग पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि फिलहाल प्रत्येक यात्री को ट्रेन यात्रा पर 55 प्रतिशत की रियायत मिलती है। पुरानी रियायतों की बहाली पर मीडियाकर्मियों के सवालों का कोई सीधा जवाब दिए बिना, वैष्णव ने कहा, "भारतीय रेलवे पहले से ही हर ट्रेन यात्री को ट्रेन किराए में 55 प्रतिशत रियायत की पेशकश कर रहा है।" वैष्णव बुलेट ट्रेन परियोजना की प्रगति की समीक्षा के लिए अहमदाबाद पहुंचे थे। मार्च 2020 में लगाए गए कोविड-19 लॉकडाउन से पहले, रेलवे वरिष्ठ नागरिकों और सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकारों को ट्रेन किराए में 50 प्रतिशत की छूट देती थी।
सीतापुर। लोकसभा सत्र के दौरान बुधवार को सांसद राजेश वर्मा ने सीतापुर तक वंदेभारत ट्रेन चलाने की मांग की। शून्यकाल में अपनी मांग उठाते हुए सांसद राजेश वर्मा ने कहा कि कोरोना काल के दौरान व उसके पूर्व सीतापुर से लखनऊ तक प्रतिदिन एक पैसेंजर ट्रेन आती-जाती थी। कोरोना काल के बाद वह ट्रेन बंद हो गई। यह पैसेंजर ट्रेन दोबारा चलाने के लिए कई बार केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र दिया जा चुका है। उन्होंने आश्वासन दिया था कि सीतापुर तक वंदेभारत ट्रेन पहुंचाई जाएगी, जिससे जिले के लोगों को बेहतर रेल सुविधा दी जा सके। उन्होंने कहा कि आश्वासन के बावजूद अब तक यह मांग पूर नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि एक वंदेभारत ट्रेन कानपुर-लखनऊ-सीतापुर-शाहजहांपुर रूट पर चलाई जाए तो इसका प्रतिदिन संचालन हो।
सीतापुर। जिले के वासियों व आस पास के लोगों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी रेलवे ने दे दी है। अब शहर वासियों को कई सारी ट्रेनों की सौगात मिलने वाली है। गैर जनपदों में होने वाले दोहरीकरण व अन्य मरम्मत कार्य होने के चलते कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है। इसके चलते छह ट्रेनें सीतापुर से गुजरेंगी। इससे यहां के यात्रियों को लंबे सफर के लिए राहत भी मिलेगी। यह ट्रेनें सोमवार से नए रूट पर चलाई जाएंगी। पूर्वोत्तर रेलवे केे लखनऊ मंडल पर बाराबंकी-अयोध्या-शाहगंज-जफराबाद रेलखंड दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। हाल ही में सीतापुर से शाहजहांपुर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया था। लेकिन इन ट्रेनों के संचालन से उनको काफी राहत मिलेगी।
बिसवां-सिधौली मार्ग पर सेक्सरिया चीनी मिल रेलवे क्रॉसिंग दो दिन से बंद है। मरम्मत कार्य के कारण वाहनों की आवाजाही रोकी गई है। वहीं शुक्रवार को डायवर्जन वाले मार्गों वाहनों को लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। इससे लोगों को जाम से परेशान होना पड़ा। हालांकि शाम पांच बजे के बाद क्रॉसिंग खुल जाने से लोगों ने राहत की सांस ली। रेलवे समपार संख्या 56 पर मरम्मत का काम चल रहा है। इस कारण क्राॅसिंग शुक्रवार को दिनभर बंद रही, जिससे बिसवां की ओर से सिधौली-लखनऊ जाने वाले वाहनों को अन्य मार्गों से होकर गुजरना पड़ा।बिसवां से सिधौली जाने वाले बड़े वाहनों को सीतापुर रोड पर डायवर्ट कर दिया गया। इस कारण बिसवां-सीतापुर मार्ग पर जाम की स्थिति बन गई। जाम में फंसकर लोग जूझते रहे। वहीं तमाम लोग जानकारी न होने के कारण रेलवे क्राॅसिंग पहुंच गए।
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सीतापुर-लखीमपुर 2015 मीन पुरवोत्तर रेलवे 99ए क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज की मंजरी मिली थी, उस वक्त लोगों के चेहरे पर मुस्कान दिख रही थी। उन्हे उम्मीद थी कि वो भी ओवर ब्रिज के जरिए जलद ही सीतापुर-लखीमपुर का नॉन स्टॉप सफ़र कर सकेंगे। लेकिन उनका यह ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया है। धीरे-धीरे इस पुल को बनते हुए आठ साल हो गए हैं, लेकिन अभी तक ब्रिज बनकर तैयार नहीं सका, हालांकि ब्रिज के दोनों सिरे कंप्लीट हो चुके हैं। क्रासिंग पर इनका ज्वांट बाकी है। वन विभग से पेड़ों को काटने की अनूमति न मिलने से यह कार्य अधूरा पड़ा हुआ है, लेकिन इन नये साल जनवरी तक न सिर्फ पुल बनकर तैयार हो जाएगा, बल्कि लोगों का आवागमन भी शुरू हो जाने की पूरी उम्मीद है।