सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
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विधानसभा मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य चल रहा है। नए वोटर बनने के साथ ही अपात्रों के नाम हटाने और त्रुटियों को सही कराने के लिए फॉर्म भरे जा रहे हैं। यह कार्य नौ दिसंबर तक चलेगा। रविवार को विशेष अभियान दिवस बूथों पर आयोजित किया गया। 40 हजार लोगों ने वोटर बनने का आवेदन किया है। युवाओं और महिलाओं में काफी उत्साह है। इनकी ओर से 33 हजार आवेदन किए गए हैं। 27 अक्तूबर से मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य चल रहा है। तीन दिसंबर को बूथों पर विशेष अभियान दिवस हुआ। लोगों की ओर से बीएलओ को दावा और आपत्ति दिए गए। नए वोटर बनने के लिए अबतक करीब 40 हजार आवेदन आए हैं। महिलाओं और युवाओं में नए वोटर बनने का उत्साह अधिक है। महिलाओं की ओर से वोटर बनने के लिए 18302 फार्म भरे गए हैं, जबकि वोटर बनने के लिए 18 से 19 साल के 14749 युवाओं ने फार्म जमा किए। 22 दिव्यांगों ने वोटर बनने को आवेदन किया है। सीतापुर विधान सभा में नायब तहसीलदार सदर महेंद्र सिंह ने जनता कन्या पाठशाला, सरस्वती विद्या मंदिर सहित अन्य बूथों का निरीक्षण किया। यहां बीएलओ मौजूद मिले। दावा और आपत्ति भी दाखिल किए गए थे। नायब तहसीलदार खैराबाद ने हरगांव विधान सभा के बूथों को देखा।
लोकतंत्र का उत्सव इन चुनावों ने राजनेताओं और जनता को बहुत से सबक दिये हैं। ऐसे सबक जो केवल चुनावी राजनीति में नहीं बल्कि जीवन के हर पहलू में हमें सीखना जरूरी सा है। ये सबक आज के आज़ाद भारत के समाज को समझने के लिए बेहद जरूरी हैं।
राजीव की डायरी को सुनने के बाद जिज्ञासा से सीतापुर की कुछ गॉव में जाकर मिडडे खाने के बारे में जानकारी ली। तो लोगों से बात की लोगों से बात करके यह पता चला कि स्कूलों में जो मिडवे यानी कि यह स्कूलों में जो खाना दिया जाता है, वह कितना स्वास्थ्य होता है या स्वास्थ्य लाभ इसकी जानकारी के लिए स्कूल के प्रधानाचार्य से बात की और साक्षात वहां पर देखा तो सीतापुर की कई स्कूलों में स्थिति काफी अच्छी है| खाना पौष्टिक रहता है और जो समय-समय पर दिया जाता है,वह भी अच्छा होता है| कई शिक्षक मिडिल का ही खाना खाते हैं, जिससे उनको स्वाद का भी पता चलता है कि बच्चों को कैसा खाना दिया जा रहा है| सबसे अच्छी बात यही है कि टीचर और प्रिंसिपल दोनों ही क्योंकि खाने को लेकर बहुत ही सजक रहते हैं|
हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए... सुनिए हंसी-मज़ाक में डूबे हंसगुल्ले और रिकॉर्ड कीजिए अपने चुटकुले मोबाइल वाणी पर, फोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
सीतापुर में परिषदीय विद्यालय की सुविधाओं में इजाफा होगा। कंपोजिट ग्रांट से स्कूलों में टाइलीकरण, रंग-रोगन सहित कई विकास कार्य होंगे। इन पर 16.42 करोड़ रुपये खर्च होंगे। शासन से बजट मिलते ही स्कूलवार डिमांड लेने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिले के करीब 3500 परिषदीय विद्यालयों में कहीं पर रंग-रोगन नहीं है तो कहीं पर फर्श टूटी पड़ी है। स्कूल की छोटी-मोटी समस्याओं के लिए बजट की कमी आड़े आती थी। इस पर शासन ने जिले को 16.42 करोड़ का बजट आवंटित किया है। यह बजट सीधे विद्यालय के खातों में भेजा जाएगा। इस बजट से स्कूल परिसर में शौचालय व कमरों में टाइलीकरण कराया जाएगा। परिसर की रंगाई-पुताई भी होगी। प्राथमिक चिकित्सा के लिए बाॅक्स खरीदा जाएगा। स्कूल में अलमारी, डबल लॉक, सहित अन्य सुविधाओं बढ़ाई जाएगी। अब विद्यालयों से डिमांड ली जाएगी। उसके बाद विद्यालयवार बजट दिया जाएगा।
कार्यक्रम बदलाव का आगाज़ जेंडर के नाम पर होने वाली हिंसा के खिलाफ 16 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में आपका स्वागत है।लड़कियों के मन में शादी को ले कर उलझन और उत्साह दोनों तरह की भावनायें होती हैं। कई तरह के सवाल भी होते हैं। आईये सुनते हैं इस कड़ी में रेखा की आपबीती।
Transcript Unavailable.
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ अशोक झा ऑर्गनिक खेती में जैविक विधि से कीट नियंत्रण की जानकारी दे रहे है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें...