सीतापुर। रेउसा थाना क्षेत्र में महिला खनन अधिकारी ने भैंसहा टपरा में चौका नदी में हो रहा अवैध खनन पकड़ा। वह खनन में लगी गाड़ियों को अपने कब्जे में लेकर रेउसा थाने पहुंचीं तो पुलिस अधिकारियों ने गाड़ियों को थाने में खड़ा करने से मना कर दिया। पुलिस की कार्यशैली से परेशान महिला खनन अधिकारी रात में ही मौके से 15 किमी. दूर बिसवां कोतवाली पहुंची और दो ट्रैक्टर व ट्राॅलियों को कोतवाली में खड़ा करवाया। जिला खनन अधिकारी शालिनी कुमारी ने बताया कि देर रात चौका नदी में अवैध खनन की सूचना मिली थी। छापा मारा तो कुछ लोग नदी से बालू खनन कर रहे थे। टीम को देखते खनन में लगे लोग भाग निकले। इस दौरान दो ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को पकड़ा गया। ट्रैक्टर चालकों से खनन को लेकर कागजात मांगे गए लेकिन वह कोई आदेश नहीं दिखा सके।

सीतापुर। 27 परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को दिसंबर की तनख्वाह नहीं मिलेगी। बीएसए ने लापरवाही बरतने के मामले में इनका वेतन रोक दिया है। टाइम एंड मोशल स्टडी को लेकर 12 पंजिकाओं को ऑनलाइन करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन 27 प्रधानाध्यापकों ने इसका पालन नहीं किया। समीक्षा में बीएसए को इन विद्यालयों की प्रगति शून्य मिली। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने 27 प्रधानाध्यापकों का दिसंबर माह का वेतन रोक दिया है। इनमें बिसवां विकासखंड के कंपोजिट विद्यालय परसेहरा, कंपोजिट विद्यालय पिपरी बेनी सिंह, प्राथमिक विद्यालय रामकुंड, उच्च प्राथमिक विद्यालय रामकुंड, प्राथमिक विद्यालय मैजीपुरवा, पहला विकासखंड का रसूलपुर तराई, टोखरपुर, पलिया, मुबारकपुर, पारा प्रसादीपुर, हरगांव का तिल्लापुर, बेनीपुर, कंपोजिट विद्यालय राजेपुर, उल्लाजर, हिलालपुर, कंपोजिट विद्यालय खुशियारी, कैमा, रेउसा विकासखंड का प्राथमिक विद्यालय भगनावा प्रथम, भगनावा द्वितीय, बंभनेवा, रेउसा प्रथम व द्वितीय, सकरन विकासखंड का प्राथमिक विद्यालय सेमराकलां, आरीपुरवा, इस्माइलपुर, अमेरिती विद्यालय शामिल है।

सीतापुर। भीषण ठंड में शेल्टर होम तक पहुंचने के लिए जरूरतमंदों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। नगर पालिका इस बार मुसाफिरों को ई-रिक्शा के माध्यम से शेल्टर होम तक पहुंचाएगा। इसके बदले मुसाफिरों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। नगरपालिका ने इसके लिए टोल फ्री नंबर जारी कर दिया है। यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से शुरू कर दी गई है। ठंड में लोगों को बचाने के लिए नगरपालिका ने शहर में चार रैन बसेरे बनाए हैं। साथ ही कोट कजियारा मोहल्ला में स्थाई रैन बसेरा बनाया गया है। इस बार लोगों को रैन बसेरे तक पहुंचने के लिए कोई परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। स्थाई रैन बसेरा कोट कजियारा मोहल्ले के अंदर होने से वहां पर रात में आने-जाने में दिक्कत होती थी। अब यह समस्या दूर हो गई है। नगरपालिका ने इसके लिए एक ई-रिक्शा चलवाया है। इस ई-रिक्शा के पीछे एक मोबाइल नंबर प्रदर्शित किया गया है। इस नंबर पर कॉल करने पर ई रिक्शा जरूरतमंद को रैन बसेरे तक पहुंचाएगा। यह ई-रिक्शा रोडवेज बस स्टेशन व रेलवे स्टेशन के पास मौजूद रहेगा।

सीतापुर। रबी की फसलों की बोआई के बाद अब पहली सिंचाई की दरकार है। तमाम दावों के बाद भी नहरों में पानी नहीं आ पाया है। मजबूरन किसान निजी संसाधनों से सिंचाई कर रहे हैं। उन्हें 300 रुपये प्रति बीघा तक खर्च करने पड़ रहे हैं। किसानों की जेब पर बोझ के साथ फसल की लागत भी बढ़ रही है। जिले में रबी की फसलों की बोआई का लक्ष्य दो लाख 93 हजार 69 हेक्टेयर निर्धारित है। लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 87.81 प्रतिशत बोआई कर ली गई है। गेहूं की बोआई लक्ष्य के सापेक्ष 83 फीसदी हो चुकी है। जौ की 98 फीसदी जबकि चना, मटर, मसूर, सरसों, अलसी, तोरिया व मक्का की बोआई शत-प्रतिशत पूरी हो गई है। गेहूं व सरसों आदि की फसलों में किसान पहली सिंचाई कर रहे हैं। लेकिन नहरें सूखी होने से किसानों को निजी संसाधनों का सहारा लेना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि पंपिंग सेट व समरसेबिल से सिंचाई करने पर उन्हें 300 रुपये प्रति बीघा तक खर्च करने पड़ रहे हैं।

पेंशन की समस्या

गोवंश को लेकर हो रहे हैं परेशान हमारे किसान भाई जिनका कहना है की गोवंश

शौचालय की समस्या

छुट्टा गौ वंश से परेशान हैं किसान भाई कर रहे हैं गौ शाला की मांग

छुट्टा गौ वंश की समस्या

पेंशन नहीं मिलने से परेशान हैं किसान