कलेक्ट्रेट में बृहस्पतिवार को हक की बात कार्यक्रम के दौरान एक छात्रा ने जिलाधिकारी से कहा कि राह चलते उसको मनचलों की छींटाकशी का सामना करना पड़ता है। छात्रा की बात सुनकर डीएम भी सकते में आ गए। पहले छात्रा को हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी देकर ऐसी स्थिति में पुलिस की मदद लेने की सलाह दी। सेल्फ डिफेंस के लिए पेपर स्प्रे भी पास रखने को कहा। बाद में डीएम उस छात्रा को लेकर अपने केबिन में चले गए और काफी देर तक वार्ता की। हालांकि अफसर इसे छात्रा की शिकायत नहीं बल्कि छींटाकशी के दौरान उन्हें क्या करना चाहिए इस जिज्ञासा से पूछा गया सवाल करार दे रहे हैं। डीपीओ प्रिया पटेल के मुताबिक छात्रा ने छींटाकशी की शिकायत नहीं की थी, बल्कि ऐसी स्थिति में बचाव को लेकर सवाल किया था।