राजीव की डायरी में जो मुद्दे उठे वो आजकल सामान्य हो गए है। स्कूल में न तो प्राधानाचार्य नियमों का पालन कर रहे हैं न ही टीचर। स्कूल की स्थिति बहुत ही खराब चल रही है। कई बार अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की जा चुकी । लेकिन समस्या जस की तस है। यहां बदहाली इतनी है कि कोई अधिकारी आता है तो सभी लोग जाग जाते है और फिर उनके जाते ही सब गायब हो जाते हैं। स्कूल में गंदगी इतनी की शब्दों में बयां भी नहीं कर पा रहे हैंं। दोस्तों मुझे राजीव की डायरी सुन कर बहुत ही अच्छा लगा। आप सभी से निवेदन है कि राजीव की डायरी जरूर सुने