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रेत ,पत्थर,मुरुम का अवैध उत्खनन और अवैध परिवहन करने वालों के हौंसले बुलंद,कार्यवाही के डर से जगह जगह अघोषित मंडी होने लगी संचालित,जगह जगह कर रहे अवैध भंडारण जिला मुख्यालय में लगातार अवैध रेत परिवहन पर कार्यवाही जारी ,तो वही अन्य थाना क्षेत्र में खनिज संपदा के अवैध उत्खनन,अवैध परिवहन और अवैध भंडारण पर कार्यवाही करने में क्यों परहेज कर रहे जिम्मेदार गुन्नौर,सलेहा,देवेन्द्रनगर क्षेत्र में खनिज संपदा का अवैध उत्खनन,अवैध परिवहन ,और अवैध भंडारण जोरों पर मगर जिम्म्मेदारों ने साध रखी है चुप्पी
पन्ना जिले में इन दिनों कुछ पुलिसकर्मियों की वजह से पुलिस की छवि धूमिल हो रही है। जहां एक ओर संवेदनशील पुलिस अधीक्षक के द्वारा अपराधों पर अंकुश लगाया जा रहा है, तो वही कुछ पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी भूल कर भोले भाले लोगो से अवैध वसूली में लगे है, ऐसा ही मामला सलेहा थाना अंतर्गत देखने को मिला जहां डायल 100 के कर्मचारियों ने भोले भाले किसानो से जबरन वसूली की, बताया जा रहा है कि कुछ किसान खेत में ईंट बनाने के लिए एक प्राइवेट खेत की मिट्टी ट्रेक्टर ट्राली में ले जा रहे थे, जिसे डायल 100 के कर्मचारियों ने ग्राम गंज में पकड़ा लिया, इसके बाद ट्रेक्टर ट्राली छोड़ने के एवज में पैसे की मांग की गई, और 30 हजार रुपये नगद एवं 30 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवाकर ट्रेक्टर ट्राली को छोड़ दिया, साथ ही किसानों को धमकी भी दी कि अगर किसी को बताया या शिकायत की तो हाँथ पैर तोड़ देंगे घटना के बाद डरे सहमे किसानो ने मीडिया के सामने अपना दर्द बयां करते हुए अपनी आप बीती सुनाई ! किसान मिजाजी लाल ने बताया कि उनहोने डर की वजह से अपनी गाढ़ी कमाई डायल 100 कर्मियों को दे दी, अब उन्हें डर सता रहा है कि कही उक्त कर्मी उन पर बेवजह से कार्यवाही न कर दें मामला सामने आने के बाद उक्त पुलिसकर्मियों के द्वारा दबाब बनाया जा रहा है। साथ ही पुलिस की छवि भी धूमिल हो रही है। हालांकि पुलिस अधीक्षक के द्वारा तत्काल ही मामले को संज्ञान में लिया गया है
अजयगढ़ क्षेत्र की केन नदी में चल रहे रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के मामले पर बालाघाट के पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने उठाए सवाल अल्प प्रवास पर पन्ना पहुंचे बालाघाट के पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने पन्ना जिले के अजयगढ़ तहसील क्षेत्र में केन नदी के घाटों, खेतों और शासकीय भूमि में चल रहे रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सर्किट हाउस पन्ना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि अब तक वह पन्ना जिले के अजयगढ़ क्षेत्र की केन नदी में चल रहे अवैध रेत उत्खनन और परिवहन के बारे में सुना करते थे लेकिन अब उन्होंने इसे अपनी आंखों से देख लिया है। श्री मुंजारे ने बताया कि जब वह रात में छतरपुर जिले के चंदला से होते हुए अजयगढ़ से पन्ना की ओर आने के लिए छतरपुर और पन्ना जिले की सीमा के बीच केन नदी के वीरा पुल से गुजरे तो पुल के दोनों तरफ दर्जनों की संख्या में दैत्याकर प्रतिबंधित एलएनटी पोकलेन मशीनों से अस्थाई पुल बनाकर नदी की धारा को रोक कर रेत का उत्खनन किया जा रहा था। पुल में और पुल के आसपास भारी संख्या में रेत से लोड डंफर और ट्रक खड़े हुए थे जिनसे गिरता हुआ पानी भी बता रहा था कि यह रेत सीधे नदी की धारा से निकाली गई है। उन्होंने बताया कि पन्ना जिले की रेत का कोई ठेका नहीं है छतरपुर के ठेके पर पन्ना और छतरपुर दोनों जगह पर रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। कलेक्टर खनिज विभाग सहित पूरा प्रशासन और नेता रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को अनदेखा कर रहे हैं। जिससे यह स्पष्ट होता है कि यहां के नेता और अधिकारी रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन में संलिप्त हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार रेत की चोरी कर एक ओर जहां नदी को तबाह किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश सरकार के राजस्व को प्रतिदिन कम से कम 20 से 25 लख रुपए की क्षति पहुंचाई जा रही है। बताया कि वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलकर केन नदी में चल रहे रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के मामले की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग करेंगे। कार्यवाही नहीं हुई तो पन्ना जिले में विशाल आंदोलन करेंगे।
पन्ना/उत्तर वन मंडल क्षेत्र अन्तर्गत विश्रामगंज रेंन्ज उक्त वनमंडल की सबसे बडी रेंन्ज है, जहां पर व्याप्क स्तर पर अवैध कटाई, अवैध उत्खनन, वन्य जीवो के शिकार की घटनाए तथा वन्य क्षेत्र के अन्तर्गत अवैध रूप से हीरा की खदाने संचालित हो रही है। उक्त खदाने क्षेत्रीय रेन्जर के संरक्षण मे बीट गार्ड के द्वारा संचालित कराई जाती है, इसी प्रकार की जानकारी विश्रामगंज रेन्ज के ही टगरा बीट अन्तर्गत स्मृतिवन के पीछे रेंन्ज कार्यालय से बमुश्किल आधा किलोमीटर की दूरी पर भीयारानी क्षेत्र मे व्याप्क स्तर पर हीरा की अवैध खदाने बीट गार्ड द्वारा संचालित कराई जा रही है। सूत्रो द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि इस स्थान पर हीरा धारित जमीन है जिसमे हीरा निकलते है लेकिन उक्त हीरे निकालने के लिए बीट गार्ड की मिली भगत से ही खदाने संचालित कराई जा सकती है। जो भी बीट गार्ड इस क्षेत्र मे पदस्थ होता है वह अवैध उत्खनन कराने वालो से बकायदा मोटी रकम लेता है, जिसमे वन परिक्षेत्राधिकारी सहित अन्य लोग भी शामिल रहते है। उक्त बीट मे वर्तमान समय मे राजेन्द्र यादव बीट गार्ड पदस्थ है, पूर्व मे भी यह पदस्थ रहे है, लेकिन हीरा की अवैध खदाने संचालन करने के मामले को लेकर तत्कालीन वनमंडलाधिकारी द्वारा निलंबित करते हुए हटा दिया गया था। जिसके बाद संबंधित बीट गार्ड द्वारा वनमंडलाधिकारी से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए अभद्रता की गई थी। और इनके खिलाफ विभागीय जांच भी चल रही थी। लेकिन संबंधित वनमंडलाधिकारी का स्थानान्तरण होने के बाद उक्त बीट गार्ड द्वारा फिर से अपनी पदस्थापना उसी बीट मे करा ली है। जिसके द्वारा लगातार अवैध रूप से हीरा की खदाने वन परिक्षेत्राधिकारी के सरंक्षण मे खुदवाई जा रही है।
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पन्ना जिले के तहसील दार ने रेत से भरे डंफर को तहसील दार ने पकड़ के बिना कोई कार्रवाई किए छोड़ दिया।
पन्ना जिले में चल रहे अवैध उत्खनन के तांडव के खिलाफ पन्ना मोबाइल वाणी में 4 फरवरी को ख़बर प्रसारित की गई थी और मेरे द्वारा पन्ना मोबाईल वाणी की प्रसारित ख़बर से जिले के संबंधित अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया था जिसको गंभीरता से लेते हुए पन्ना कलेक्टर हरजिंदर सिंह एवं पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा एस. थोटा के निर्देशन में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की गई इस क्रम में आज राजस्व, पुलिस और खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने ट्रैक्टर ट्रॉली से रेत का अवैध परिवहन करते पाए जाने पर 7 ट्रैक्टर ट्रॉली जप्त सिविल लाइन चौकी में रखवा कर कार्यवाही की गई संयुक्त टीम में एसडीएम अशोक अवस्थी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे। बताया गया है कि भोर सवेरे से ट्रैक्टर ट्रॉली में रेत का अवैध परिवहन करने वाले नगर में दिन भर धमाचौकड़ी मचाते हैं, जिससे राहगीरों पर खतरा मंडराता रहता है। पन्ना मोबाईल वाणी की ख़बर को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर हरजिंदर सिंह और पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा एस. थोटा के द्वारा कार्रवाई के द्वारा कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे जिसके पालन परिपालन में एसडीएम अशोक अवस्थी के नेतृत्व में टीम गठित कर कार्रवाई की गई जिससे रेत का अवैध कारोबार करने वालों में हड़कंप मच गया है।
अवैध रेत उत्खनन और परिवहन के मामले में अब जिला प्रशासन सवालों में घिर गया है। अभी तक विपक्ष और मीडिया के द्वारा ही इस मामले को उठाया जाता रहा है। लेकिन अब सत्ता पक्ष के विधायक ने भी पन्ना कलेक्टर सहित खनिज विभाग पर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने की बात कही है। पन्ना जिले के गुनौर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक राजेश वर्मा ने बताया है कि पन्ना जिले में अवैध रेत उत्खनन जोरों पर चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि लगभग 15 दिनों पूर्व जब वह चित्रकूट से पन्ना लौट रहे थे तो रास्ते में उन्हें रेत से ओवरलोड 3 डंफर मिले जिसमें एक कुछ अधिक ही ओवरलोड था जिसकी वीडियो सोशल मीडिया में डालने और कलेक्टर को भेजने के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने यह मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाकर करवाई करवाने की बात कही है। बता दें कि पन्ना जिले की केन नदी में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन जोरों पर चल रहा है। दैत्याकार प्रतिबंधित मशीनों से नदी की धारा को रोककर रेत निकली जा रही है। प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक और डंफरों में अवैध रूप से रेत का परिवहन हो रहा है लेकिन प्रशासन के द्वारा कभी कभार केवल ट्रैक्टर ट्रॉली को ही पकड़ा जाता है। जिस पर प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं।