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पन्ना जिले के अजयगढ़ तहसील अंतर्गत उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे ग्राम रामनई के पास रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन कर हनुमान मंदिर और प्राकृतिक झरने को क्षति पहुंचाने वाले रेत माफिया पर एसडीम अशोक अवस्थी के नेतृत्व में हुई कार्रवाई से रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया है। बताया गया है कि ग्राम पंचायत रामनई के सरपंच रघुनाथ सिंह लोध के द्वारा शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया गया था कि उत्तर प्रदेश बांदा के राजेंद्र सिंह और भूपेंद्र सिंह सहित चार अन्य के द्वारा विशाल डुमार के खेत में प्रतिबंधित मशीनों से दिन रात रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है जिससे बगल में स्थित प्राकृतिक झरने का अस्तित्व खतरे में है इसके साथ ही रेत का डंप हनुमान मंदिर के पास किया जा रहा है जिससे गांव के लोगों का मंदिर तक आवागमन बधित हो रहा है जिससे आए दिन विवाद हो रहे हैं। चार एलएनटी एवं पोकलेन मशीनों और लगभग 10 डंफरों से उत्खनन और परिवहन चल रहा है। सरपंच की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर हरजिंदर सिंह के द्वारा कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जिसके पालन परिपालन में एसडीएम अशोक अवस्थी के नेतृत्व में टीम गठित की गई जिसमें खनिज विभाग की टीम, पन्ना तहसीलदार अखिलेश प्रजापति, अजयगढ़ तहसीलदार सुरेंद्र कुमार अहिरवार, थाना प्रभारी राम हर्ष सोनकर सहित संयुक्त टीम द्वारा रात में रामनई में दबिश दी गई जहां रेत का अवैध रूप से उत्खनन करते एक पोकलेन मशीन को जप्त किया गया है।
पन्ना कोतवाली अंतर्गत जिला अस्पताल के सामने कंप्यूटर सेंटर में आग लगने से लाखों का सामान जलकर खाक हो गया है। घटना के संबंध में जानकारी देते हुए सेंटर के संचालक सुमित कुमार नामदेव ने बताया कि वह दुकान बंद कर किसी काम से गए हुए थे तभी बगल के मेडिकल स्टोर संचालक का फोन आया कि दुकान से धुआं निकल रहा है केंद्र पर पहुंचकर जब देखा तो आग लगी थी, फायर ब्रिगेड को फोन करने पर जब तक फायर ब्रिगेड के द्वारा मौके पर पहुंच कर आग बुझाने का प्रयास शुरु किया गया तब तक लगभग आधा दर्जन कंप्यूटर, लेमिनेशन मशीन, प्रिंटर, बायोमेट्रिक मशीन सहित लाखों रुपए का सामान जलकर खाक हो चुका था। आग लगने का कारण फिलहाल अज्ञात बताया जा रहा है, मामले के संबंध में पन्ना कोतवाली में शिकायती आवेदन सौंप कर जांच और कार्रवाई की मांग की गई है।