पन्ना। जिले के उत्तर वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र विश्रामगंज के जंगल वन कर्मियों की सांठगांठ से हीरा माफियाओं के द्वारा दिन-रात खोखले किये जा रहे हैं। अब तक सूत्रों से प्राप्त जानकारी और फोटो के आधार पर समाचार प्रकाशित होते थे जिस पर वन विभाग के डीएफओ, एसडीओ, रेंजर, डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड के द्वारा खबरों को जांच के नाम पर झुठला दिया जाता था। लेकिन जब मीडिया की टीम ने स्वयं जंगलों में पहुंचकर तहकीकात की तो आंखें फटी की फटी रह गई। पहले तो केवल भियारानी, सरकोहा और रानीपुर के जंगलों में अवैध हीरा खदानों की सूचना मिलती थी। लेकिन मौके पर पहुंच कर देखने पर भिवारानी के साथ- साथ मांझा बीट-बी, कुदरैया, चैरई की भाठिया सहित विश्रामगंज क्षेत्र और बफर जोन के जंगलों तक दिन-रात अवैध हीरा खदानें चल रही है। 18 फरवरी को मीडिया की टीम वन परिक्षेत्र विश्रामगंज की टगरा बीट अंतर्गत भियारानी के जंगल में पहुंचे जहां जीपीएस लोकेशन के साथ फोटो खींचकर अधिकारियों को भेजे जिनके द्वारा कार्रवाई का आस्वापन दिया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। मांझा बीट बी में अंधाधुंध।