देवरी में चल रही सप्त दिवसीय भागवत कथा में सुनाई ध्रुव और प्रहलाद चरित्र की कथा कटनी जिले के रीठी तहसील क्षेत्र अंतर्गत देवरी में चल रही सप्त दिवसीय भागवत कथा में कथा वाचक श्री रामलला आचार्य जी महाराज ने ध्रुव और पहलाद चरित्र की कथा सुनाई कथा के आज तीसरे दिन आचार्य ने कहा कि भक्तों का मजाक उड़ाने वाले व्यक्ति का विनाश निश्चित है आचार्य ने ध्रुव और प्रहलाद चरित्र की कथा सुनाई आचार्य ने कहा कि भक्त भगवान के बीच का रिश्ता पावन प्रेम है। भगवान भक्त के वश में होते हैं। भक्तों का अपमान करने या भक्ति का मजाक उड़ाने वाले का सर्वनाश निश्चित है इसलिए भक्तों को कभी भी अपमानित नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रेम की सही परिभाषा को जानने के लिए उम्र के एक पड़ाव पर आना पड़ता है और वो पड़ाव बुढ़ापा है।बुढ़ापे में दिया गया साथ ही सच्चा और पावन प्रेम है।आज इंसान क्षणिक सुख के लिए एक-दूसरे से नफरत करते है, जबकि प्रेम ही जीवन है। बता दे की देवरी में चल रही सप्त दिवसीय भागवत कथा में ध्रुव और पहलाद जी के चरित्र की कथा सुनाई