पन्ना टाइगर रिजर्व से विस्थापित आधा दर्जन ग्रामों के सैंकड़ों परिवार 20 सालों से जमीनों के पट्टों के लिए भटक रहे हैं। आज कलेक्टर कार्यालय पन्ना में ज्ञापन सौंप कर मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रभावित परिवारों ने बताया कि वर्ष 2003 में पन्ना टाइगर रिजर्व से ग्राम पीपर टोला सहित आधा दर्जन ग्रामों को विस्थापित कर अन्य स्थानों पर वन भूमि के पट्टे देने के लिए जमीन दी गई थी वन भूमि तो राजस्व में हस्तांतरित हो गई है। लेकिन अभी तक पट्टे नहीं दिए गए जिससे न ही प्रभावित परिवारों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री किसान सम्मन निधि की राशि मिल रही और ना ही सोसाइटी से खाद बीज इत्यादि की सुविधा मिल रही जिससे विस्थापित परिवारों का गुजारा मुश्किल हो रहा है। अति शीघ्र मामले का निराकरण कर पट्टे वितरित करवाने की मांग की गई है। इसके साथ ही बताया है कि वह अनगिनत बार कलेक्टर और एसडीएम कार्यालय में आवेदन सौंप चुके हैं हर बार उन्हें टीम भेज कर निराकरण करवाने का आश्वासन दिया जाता है। इसी प्रकार हर बार तारीख पर तारीख दी जा रही है लेकिन 20 सालों से अभी तक निराकरण नहीं हुआ।