बारिश, कोहरा, शीतलहर और कड़ाके की ठंड में आवारा गोवंश की निस्वार्थ सेवा हैरान कर देने वाला गौ सेवा का जुनून बारिश, कोहरा, शीतलहर और कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त है, जिन सड़कों में ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती थी वहां सन्नाटा पसरा रहता है। अधिकतर लोग घरों से निकालने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। ऐसे खतरनाक मौसम में आधी रात को बीमार और घायल गोवंश की निस्वार्थ सेवा करने वाला यह व्यक्ति सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचता है। नाम है संतोष चाणक्य रैकवार, बीती रात लगभग 11 बजे जब नगर में चारों ओर सन्नाटा था ठंड के कारण बीमार हुई गाय की सूचना मिलते ही यह तत्काल बस स्टैंड के पास अपने घर से लगभग 2 किलोमीटर दूर इंद्रपुरी कॉलोनी पहुंच गए और स्थानीय लोगों के सहयोग से गाय का उपचार किया उसके भोजन की व्यवस्था की और बोरा से ढक कर एवं आग जलाकर गाय को ठंड से बचने की व्यवस्था की जिससे कुछ ही देर में गाय को राहत महसूस हुई। चाणक्य गाय के पास लगभग 2 घंटे तक रुके और रवाना होकर दूसरी जगह एक और बीमार गाय का हाल देखा, यह इनका प्रतिदिन का काम है। ठंड अधिक होने से पशुओं के भी हाल-बेहाल हैं। एक ओर जहां पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अधिकारी कर्मचारी वेतन लेकर भी गोवंश एवं पशुओं पर ध्यान नहीं दे रहे वहीं दूसरी ओर यह बिना किसी स्वार्थ के गौ सेवा में समर्पित हैं। बीमार या घायल गोवंश की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचकर उपचार शुरू करते हैं।
