अजयगढ़ - पन्ना रोड के फॉरेस्ट नाका में चल रही अवैध वसूली प्रतिदिन हो रही लगभग 50 हजार की अवैध वसूली बड़े अधिकारियों के पहुंच रहा कमीशन पन्ना वन संपदा की सुरक्षा के लिए वन कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। वन संपदा की अवैध कटाई और तस्करी रोकने जगह-जगह वन विभाग के बैरियर लगे हैं। ऐसा ही बैरियर पन्ना नगर से चंद कदमों की दूरी पर लालिया माझा के पास लगा है। लेकिन यहां से गुजरने वाले रेत पत्थर एवं अन्य खनिज संपदा से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली डंफर और ट्रैकों को चेक करने के बजाय 100- 200 रुपए वसूल कर रवाना कर दिया जाता है। जो पैसा नहीं देता उसे काफी देर तक रोक कर चेकिंग के नाम पर समय की बर्बादी की जाती है। इस प्रकार यहां से गुजरने वाले सैकड़ों वाहनों से प्रतिदिन लगभग 50 हजार की अवैध वसूली हो रही है। विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस अवैध वसूली का कमीशन रेंजर, एसडीओ और डीएफओ तक पहुंचता है, नाका में ड्यूटी के लिए एक बड़ी रकम देने पड़ती है और प्रतिदिन हुई अबैध वसूली का हिस्सा भी पहुंचना पड़ता हैं। अवैध वसूली का यह नजारा कमरे में कैद हुआ है और अब यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। बताया गया है कि पन्ना-अजयगढ़ रोड में अवैध रूप से रेत और पत्थर के साथ-साथ सागौन की तस्करी भी जोरों पर चल रही है, जिसे बढ़ावा देने वाले कोई और नहीं बल्कि खनिज और वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी ही हैं जो चंद पैसों के लालच में अपने ही विभाग की संपदा लुटवाने में लगे हैं। लालिया माझा के फॉरेस्ट नाका में दिन-रात रेत पत्थर एवं संपदा से भरे वाहनों से अवैध वसूली की जा रही है। मामला कमरे में कैद होने के बाद जब उत्तर वन मंडल के डीएफओ गर्वित गंगवार से जानकारी चाही गई तो उनके द्वारा बताया गया कि फॉरेस्ट नाका में राशि वसूली के कोई नियम निर्देश या आदेश नहीं है इस मामले की जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी अब देखना यह होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है और आगे यह अवैध वसूली रूकती है या इसी तरह जारी रहती है।