उत्तरप्रदेश राज्य के कुशीनगर जिले केमनोज ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की देश में बढ़ते कोरोना के मामलों के बाद कुशीनगर जिले का स्वास्थ्य महकमा भी शासन के निर्देश पर अलर्ट हो गया है। जिले में हर दिन साढ़े तीन सौ लोगों की कोरोना की जांच कराई जा रही है।

कुशीनगर के सभी सीएचसी पर कोरोना से निपटने के लिए किए गए हैं बेहतर इंतजाम।

भारतीय संसद के इतिहास में न विपक्ष का हंगामा नया है और न उनका सदन से निष्कासन, हाल के सालों में इस तरह के निलंबन की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं, इसमें भी निलंबन उनका होता है जो सदन में अपनी बात पुरजोर तरीके से रखकर सरकार का विरोध करते हैं। लोकतंत्र और संसद जो सहमति और असहमति का मिला जुला रूप हैं, उसमें इस तरह की कार्रवाईयों का क्या औचित्य है?