उत्तरप्रदेश राज्य के कुशीनगर से मिथिलेश प्रताप सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रेनू से बातचीत किया। बातचीत के दौरान रेनू ने बताया कि सबसे जरूरी यह है कि महिलाओं मो घर में निर्णय लेने का अधिकार प्राप्त हो, क्योकि कई बार होता है कि महिलाएं आत्मनिर्भर तो हैं वो कमा भी रही है। लेकिन उनके बैंक से लेन देन का अधिकार घर के पुरुष के पास रहता है। यानि उनके द्वारा कमाए गए पैसों पर ही उनका अधिकार नहीं होता है। तो जब आप आत्मनिर्भर भी हैं फिर भी अपने घर में निर्णय नहीं ले पा रही हैं तो यही पर महिला सशक्तिकरण के मायने ख़तम हो जाते हैं। बहुत लोग कहते हैं की महिला को आत्मनिर्भर होना जरूरी है लेकिन आत्मनिर्भर होने के साथ महिला को निर्णय लेने का अधिकार भी जरूरी है