विकास खंड विशुनपुरा के बलकुड़िया खजुरिया व पिपरा बुजुर्ग गांव के में बना ओवरहेड टैंक दर्जनो टोलो के ग्रामीणों के लिए छलावा साबित हो रहा है।वर्षों से यह ओवरहेड टैंक बदहाली के दौर से गुजर रहा है। इससे पेयजल की आपूर्ति ठप है। तमाम शिकायतों के बावजूद इसे दुरुस्त कराने की जरूरत नहीं समझी जा रही है। इससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवारों को शुद्ध पेयजल का संकट बना हुआ है। लगभग 20 वर्ष पहले विशुनपुरा विकास खंड के बलकुडिया,माधोपुर,सिसहन,चौरी टोला,तेजवलिया ,डूमरा,दुबौली,गुलहरिया,मठिया,उसरा,सहित 11 गांवों में करीब एक लाख आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बलकुडिया गांव के उसरा टोला मे सन 2001 मे जल निगम द्वारा करीब डेढ़ करोड़ की लागत से ओवरहेड टैंक का निर्माण कराया गया था।करीब 15वर्ष से ओवरहेड टैंक व वहां लगा मोटर देखरेख के अभाव में बदहाल हो चुका है। इससे इन दिनों पेयजल सप्लाई बाधित है।ग्राम प्रधान विनोद गुप्ता ने कहा की पानी टंकी की बदहाली दूर कराने के लिए प्रर्दशन से लेकर अधिकारियों से शिकायत किया जा चुका है लेकिन कोई निस्तारण नही हो सका है।आठ हजार से अधिक आबादी वाली पिपरा बुजुर्ग ग्राम सभा में पानी की समस्या लंबे अर्से से है। पेयजल संकट दूर करने के उद्देश्य से ही पांच वर्ष पूर्व इस गांव में स्वजल धारा योजना अंतर्गत पाच हजार लीटर पानी की टंकी का निर्माण कार्य कराया गया था। पूरे गांव में पाइप लाइन भी डलवाई गई थी, लेकिन यह पानी की टंकी अक्सर तकनीकी कमियों के कारण बेकार रही।बीच मे मात्र पन्द्रह दिन तक पानी का सप्लाई चालू रहा वह भी सडक पर,वर्षो से इस समस्या का निस्तारण नहीं हो सका है।ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दिनेश जायसवाल ने कहा की हमारे द्वारा काफी प्रयास किया गया चालू कराने के लिए लेकिन कोई सुनवाई अधिकारी नही किये है।खजुरिया गांव में करोड़ो की लागत से 2020 मे ओवरहेड टैंक का निर्माण शुद्ध पेयजल हेतू हुआ था।जो आज तक शूरू नही हो सका है। ग्राम प्रधान मारकंडे गुप्ता का कहना है की पानी टंकी की शूरूआत के लिए अधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नही हो सका है।