शाहाबाद,हरदोई। शासन-प्रशासन के सारे नियमों को ताक पर रखकर कृषि योग्य खेत, खलिहान की आवासीय प्लाट के रूप में खरीदी बिक्री हो रही है। हालात यह है कि शहर के आसपास इलाकों में रोज कहीं न कहीं कालोनी का नक्शा खींचा जा रहा है। नगर पालिका शाहाबाद में बड़े स्तर पर अवैध प्लाटिंग का खेल चल रहा है। तहसील क्षेत्र में बिना लेआउट नक्शा पास कराए धड़ल्ले से कालोनियों की प्लाटिंग की जा रही है। इससे तेजी से विकसित हो रहे नए क्षेत्र में विकास भी नहीं हो पा रहा है। साथ ही मनमाने ढंग से की जा रही प्लाटिंग से नगर की सूरत बिगड़ती जा रही है। इसको लेकर तहसील प्रशासन पुरी तरह से आंखे बंद किए बैठा है। नगरीय क्षेत्र का सीमा विस्तार होते ही शाहाबाद नगर क्षेत्र में भूमाफिया मनमाने ढंग से अवैध कालोनियां बसाने में जुटे हैं। इनमें न तो लेआउट बनाया जा रहा और न ही नक्शे स्वीकृत कराए जा रहे हैं। कहीं कहीं तो कृषि योग्य भूमि को 143 में दर्ज कराये बिना ही खेतों में रसूखदारों ने प्लाटिंग के बड़े-बड़े बोर्ड लगा दिए हैं जगह-जगह नियम विरुद्ध हो रही प्लाटिंग से नगर का विकास तो दूर सूरत और बिगड़ती जा रही है। जबकि क्षेत्रीय लेखपाल व तहसील कर्मचारियों को सब कुछ मालूम है। यहीं कारण है कि अवैध कालोनियों में नगर पालिका विकास भी नहीं करा पा रहा है। साथ ही शासन को राजस्व का चूना लग रहा है। बिना लेआउट व नक्शा पास कराए एवं कृषि योग्य भूमि का 143 कराये बिना की जा रही प्लाटिंग अवैध होती है। एक एकड़ से नीचे के लेआउट नक्शे को तहसील से पास किया जाता है। जबकि उससे ऊपर क्षेत्र के नक्शे को जिला कार्यालय से पास किया जाता है।