भुगतान करने के बाद भी शहर के उपभोक्ताओं के बिजली बिल में तीन माह का बकाया जुड़कर आ रहा है। इसको सही कराने के लिए विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। प्रतिदिन उपखंड कार्यालय पर उपभोक्ताओं और कर्मचारियों में विवाद हो रहा है* गुरुवार को भी उपखंड सदर कार्यालय में उपभोक्ताओं और कर्मचारियों के बीच बिल सही करने को लेकर काफी देर तक झड़प हुई। शहर के उपभोक्ताओं ने सितंबर माह में विभागीय काउंटर पर बिल जमा किए थे। काउंटर से जमा रसीद दी गई थी। मगर जब अक्तूबर में बिल आए तो जिन उपभोक्ताओं ने सितंबर में बिल जमा कर दिया था, उनका भी बकाया जुड़ कर आया। इस पर उपभोक्ताओं ने विभाग में शिकायत दर्ज कराई तो पता चला कि विभागीय काउंटर पर जन सेवा कर्मियों ने बिल तो जमा कर लिए लेकिन उन्हें विभागीय पोर्टल पर अपलोड नहीं किया। उपभोक्ताओं के विरोध पर विभाग की ओर से शहर कोतवाली में पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट करा दी गई। बिल ठीक न होने से लगातार बकाया जुड़कर आ रहा है और उस पर दो प्रतिशत का चक्रवृद्धि ब्याज भी लग रहा है। इससे उपभोक्ता बिल जमा करने से पहले काफी परेशान होना पड़ता है। प्रतिदिन उपखंड कार्यालय पर उपभोक्ताओं और कर्मचारियों में विवाद होता है। गुरुवार को उपखंड कार्यालय सदर में भी दो उपभोक्ताओं की बिल सही न होने पर कर्मचारियों के साथ बहस हो गई। उपखंड अधिकारी सदर आकाश वर्मा ने बताया कि विभागीय प्रक्रिया चल रही है। इसका निर्णय उच्चस्तर से होगा।