उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से राजकिशोरी सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को पुरुषों के समान आर्थिक अधिकार नहीं हैं, बिना वेतन, देखभाल कार्य, उचित वेतन और नौकरी की सुरक्षा की कमी के कारण काम करने की खराब परिस्थितियों और भूमि और संपत्ति के मालिक होने के कारण संपत्ति के उत्तराधिकार के सीमित अवसर सभी महिलाओं के अधिकार को कम कर रहे हैं। नौकरी में स्थिति और भी खराब है महिलाएं जीविकोपार्जन नहीं कर सकतीं और अकेले नहीं रह सकतीं। महिलाएं घर के कामों पर पुरुषों की तुलना में कम से कम दोगुना समय बिताती हैं जब सभी कार्यों को भुगतान और अवैतनिक माना जाता है।

भारतीय संविधान किसी के आर्टिकल 14 से लेकर आर्टिकल 21 तक समानता की बात कही है, इस समानता धार्मिक आर्थिक राजनीतिक और अवसर की समानता का जिक्र किया गया है। इस समानता किसी प्रकार की जगह नहीं है और किसी को भी धर्म, जाति और समंप्रदाय के आधार पर कोई भेद नहीं किये जाने का भी वादा किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के हालिया फैसले में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि वह धर्म की पहचान के आधार भेदभाव पैदा करने की कोशिश है।दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं? क्या आप सरकार के फैसले के साथ हैं या फिर इसके खिलाफ, जो भी हो इस मसले पर आपकी क्या राय है? आप इस मसले पर जो भी सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें

बोल बम के गूंजने लगे जयकारे गोरखपुर जिले की खजनी तहसील इलाके के सभी प्रमुख शिव मंदिरों में पूजा की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन महीने के पहले सोमवार को भगवान शिव के जलाभिषेक और पूजा के लिए शिव भक्त श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। उनवल नगर पंचायत के टेकवार में स्थित झारखंडेश्वर महादेव भरोहियां गांव के पौराणिक महत्व वाले भूमि से स्वत: प्रस्फुटित प्राचीन जयश्वरनाथ शिव मंदिर सरयां तिवारी गांव के खुदाई में मिले शिव लिंग पर कलमा खुदे हुए ऐतिहासिक नीलकंठ महादेव मंदिर सहित कस्बा संग्रामपुर उनवल के नीलकंठ मंदिरों और परिसर की सफाई कर के उन्हें आकर्षक रूप में सजाया गया है। क्षेत्र के सभी शिव मंदिरों की सफाई की गई और उन्हें सजाया गया। सनातन धर्म की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देव माह सावन में भगवान शिव की पूजा और जलाभिषेक का विशेष महत्व है। सोमवार शिव आराधना व्रत का पावन दिन माना गया है। पंडित प्रेमचंद राम त्रिपाठी और माधव राम त्रिपाठी ने बताया कि इस बार सावन महीने का पहला, आखरी दिन तथा 5 सोमवार व्रत प्राप्त होने को शिव भक्तों के लिए बड़ा ही पावन और अद्भुत संयोग है। क्षेत्र से बडी संख्या में कांवरिए पहले सोमवार को जलाभिषेक के लिए काशी विश्वनाथ, मार्कण्डेय महादेव और वैद्यनाथधाम में जलाभिषेक के लिए रवाना हुए।

रामपुर पांडेय गांव के मंदिर पहुंच कर किया महंत को सम्मानित किया गोरखपुर जिले की खजनी तहसील क्षेत्र में प्रदेश एवं केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार आज भाजपा के स्थानीय दिग्गज नेताओं पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने गुरू पूर्णिमा के पावन अवसर पर संतों को सम्मानित किया। क्षेत्र के रामपुर पांडेय गांव में स्थित मंदिर पर पहुंच कर महंथ रामप्रकाश दास को नमन वंदन करते हुए उन्हें अंगवस्त्र और फूल-मालाएं पहनाकर श्रीफल भेंट देकर सम्मानित किया गया। महंथ ने सभी को आशिर्वाद देते हुए कहा कि भाजपा ही है जो नैतिक मूल्यों की रक्षक है, मठों, मंदिरों और सनातन धर्म की रक्षक है तथा साधू संतों का सम्मान करती है। जन कल्याण की भावना और श्रेष्ठ जनों का सम्मान करने से सभी का हित होता है। मंदिर में पहुंचे सभी ने आशिर्वाद और सामूहिक प्रसाद प्राप्त किया। इस दौरान भाजपा के क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह उपाध्यक्ष हरिकेश राम त्रिपाठी, जगदीश चौरसिया, सबल सिंह पालीवाल, रामकृष्ण पाठक, बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी, रामप्रकाश चौरसिया, आदर्श राम त्रिपाठी, इंद्रकुमार, अनिल उपाध्याय, रामवृक्ष सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीव दास साहू ,ज्वार के फसल में लगने वाले रोग और किट नियंत्रण की जानकरी दे रहे हैं। ज्वार के फसल से जुड़ी कुछ बातें किसानों को ध्यान में रखना ज़रूरी है। इसकी पूरी जानकारी सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

जिले से पहुंचे सर्जन डॉ धनंजय ने की सफल नसबंदी खजनी गोरखपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आज कैंप लगाकर कुल 13 लोगों की नसबंदी की गई। सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश की तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए कुल 12 महिलाओं और एक पुरुष ने नसबंदी कराई। इस दौरान कोटियां बैजनाथपुर गांव की रम्भा देवी झरकटहां की बबुनी साहनी कुंईंकोल की मीना सिरूआपार की सरिता यादव नैपुरा की ज्योति बढ़नी की दुर्गावती सहसीं गांव की चमेली देवी भिटहां कुंवर की अर्चना महमूदपुर की रेशमा और राजीव चौहान नटिनी की सोनी सेमरा की नीतू शर्मा हरनहीं महुरांव की रंजू की सफलता पूर्वक नसबंदी की गई। सभी लाभार्थियों को 4 घंटे तक पीएचसी में मेडिकल आब्जर्वेशन में रोका गया फिर उन्हें दवाएं देकर एंबुलेंस से घर भेज दिया गया। पीएचसी के एमओआईसी डाॅक्टर प्रदीप तिवारी ने बताया कि नसबंदी कैंप का आयोजन सफल रहा। आशाओं ने गांवों में लोगों को नसबंदी के लिए जागरूक किया था।