उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से राज किशोरी सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं का शिक्षा का अधिकार बाधाएं और चुनौती शिक्षा को एक मानव अधिकार के रूप में पेश करेंगी जो महिलाओं की स्थिति में सुधार लाने और लिंग आधारित भेदभाव और हिंसा को समाप्त करने के लिए आवश्यक है। शिक्षा का अधिकार एक मानव अधिकार है और निरक्षरता को समाप्त करना शिक्षा तक समान पहुंच सुनिश्चित करना और महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा के सभी स्तरों पर लैंगिक अंतर को समाप्त करना है।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से राजकिशोरी सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को पुरुषों के समान आर्थिक अधिकार नहीं हैं, बिना वेतन, देखभाल कार्य, उचित वेतन और नौकरी की सुरक्षा की कमी के कारण काम करने की खराब परिस्थितियों और भूमि और संपत्ति के मालिक होने के कारण संपत्ति के उत्तराधिकार के सीमित अवसर सभी महिलाओं के अधिकार को कम कर रहे हैं। नौकरी में स्थिति और भी खराब है महिलाएं जीविकोपार्जन नहीं कर सकतीं और अकेले नहीं रह सकतीं। महिलाएं घर के कामों पर पुरुषों की तुलना में कम से कम दोगुना समय बिताती हैं जब सभी कार्यों को भुगतान और अवैतनिक माना जाता है।
बोल बम के गूंजने लगे जयकारे गोरखपुर जिले की खजनी तहसील इलाके के सभी प्रमुख शिव मंदिरों में पूजा की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन महीने के पहले सोमवार को भगवान शिव के जलाभिषेक और पूजा के लिए शिव भक्त श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। उनवल नगर पंचायत के टेकवार में स्थित झारखंडेश्वर महादेव भरोहियां गांव के पौराणिक महत्व वाले भूमि से स्वत: प्रस्फुटित प्राचीन जयश्वरनाथ शिव मंदिर सरयां तिवारी गांव के खुदाई में मिले शिव लिंग पर कलमा खुदे हुए ऐतिहासिक नीलकंठ महादेव मंदिर सहित कस्बा संग्रामपुर उनवल के नीलकंठ मंदिरों और परिसर की सफाई कर के उन्हें आकर्षक रूप में सजाया गया है। क्षेत्र के सभी शिव मंदिरों की सफाई की गई और उन्हें सजाया गया। सनातन धर्म की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देव माह सावन में भगवान शिव की पूजा और जलाभिषेक का विशेष महत्व है। सोमवार शिव आराधना व्रत का पावन दिन माना गया है। पंडित प्रेमचंद राम त्रिपाठी और माधव राम त्रिपाठी ने बताया कि इस बार सावन महीने का पहला, आखरी दिन तथा 5 सोमवार व्रत प्राप्त होने को शिव भक्तों के लिए बड़ा ही पावन और अद्भुत संयोग है। क्षेत्र से बडी संख्या में कांवरिए पहले सोमवार को जलाभिषेक के लिए काशी विश्वनाथ, मार्कण्डेय महादेव और वैद्यनाथधाम में जलाभिषेक के लिए रवाना हुए।
रामपुर पांडेय गांव के मंदिर पहुंच कर किया महंत को सम्मानित किया गोरखपुर जिले की खजनी तहसील क्षेत्र में प्रदेश एवं केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार आज भाजपा के स्थानीय दिग्गज नेताओं पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने गुरू पूर्णिमा के पावन अवसर पर संतों को सम्मानित किया। क्षेत्र के रामपुर पांडेय गांव में स्थित मंदिर पर पहुंच कर महंथ रामप्रकाश दास को नमन वंदन करते हुए उन्हें अंगवस्त्र और फूल-मालाएं पहनाकर श्रीफल भेंट देकर सम्मानित किया गया। महंथ ने सभी को आशिर्वाद देते हुए कहा कि भाजपा ही है जो नैतिक मूल्यों की रक्षक है, मठों, मंदिरों और सनातन धर्म की रक्षक है तथा साधू संतों का सम्मान करती है। जन कल्याण की भावना और श्रेष्ठ जनों का सम्मान करने से सभी का हित होता है। मंदिर में पहुंचे सभी ने आशिर्वाद और सामूहिक प्रसाद प्राप्त किया। इस दौरान भाजपा के क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह उपाध्यक्ष हरिकेश राम त्रिपाठी, जगदीश चौरसिया, सबल सिंह पालीवाल, रामकृष्ण पाठक, बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी, रामप्रकाश चौरसिया, आदर्श राम त्रिपाठी, इंद्रकुमार, अनिल उपाध्याय, रामवृक्ष सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
जिले से पहुंचे सर्जन डॉ धनंजय ने की सफल नसबंदी खजनी गोरखपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आज कैंप लगाकर कुल 13 लोगों की नसबंदी की गई। सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश की तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए कुल 12 महिलाओं और एक पुरुष ने नसबंदी कराई। इस दौरान कोटियां बैजनाथपुर गांव की रम्भा देवी झरकटहां की बबुनी साहनी कुंईंकोल की मीना सिरूआपार की सरिता यादव नैपुरा की ज्योति बढ़नी की दुर्गावती सहसीं गांव की चमेली देवी भिटहां कुंवर की अर्चना महमूदपुर की रेशमा और राजीव चौहान नटिनी की सोनी सेमरा की नीतू शर्मा हरनहीं महुरांव की रंजू की सफलता पूर्वक नसबंदी की गई। सभी लाभार्थियों को 4 घंटे तक पीएचसी में मेडिकल आब्जर्वेशन में रोका गया फिर उन्हें दवाएं देकर एंबुलेंस से घर भेज दिया गया। पीएचसी के एमओआईसी डाॅक्टर प्रदीप तिवारी ने बताया कि नसबंदी कैंप का आयोजन सफल रहा। आशाओं ने गांवों में लोगों को नसबंदी के लिए जागरूक किया था।
गोरखपुर जिले की खजनी तहसील क्षेत्र में प्रदेश शासन के निर्देशानुसार आज इलाके में बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया गया। इस दौरान खजनी तहसील, ब्लॉक, थाना परिसर, क्षेत्राधिकारी, बीईओ, सीडीपीओ, कार्यालय आंगनवाड़ी केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरनहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खजनी, सरकारी परिषदीय स्कूलों, कस्बा संग्रामपुर उनवल नगर पंचायत क्षेत्र सरकारी और मान्यता प्राप्त तथा प्राइवेट शिक्षण संस्थानों, बैंकों, पोस्ट आॅफिस, ग्राम सभाओं में अभियान चला कर पौधे लगाए गए। जिसमें एसडीएम कुंवर सचिन सिंह तहसीलदार कृष्ण गोपाल तिवारी राजस्व निरीक्षक देवनरायण मिश्रा समेत सभी लेखपाल तहसीलकर्मी और अधिवक्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी चिकित्सकों कर्मचारियों पीएचसी के चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप तिवारी के नेतृत्व में सभी डॉक्टर्स व स्वास्थ्यकर्मियों ने बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला के नेतृत्व में ब्लॉक परिसर एवं गांवों में क्षेत्राधिकारी ओंकारदत्त तिवारी थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला बीईओ सावन कुमार दूबे सीडीपीओ रचना पांडेय चेयरमैन प्रतिनिधि उमेश दूबे के नेतृत्व में सभी प्रजाति के पौधे लगाए गए। इस अवसर पर आयोजित संक्षिप्त संगोष्ठियों में पर्यावरण संतुलन एवं संरक्षण में पौधों की अमूल्य एवं महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की गई। वन क्षेत्राधिकारी खजनी संतोष कुमार पांडेय ने बताया कि रोपड़ के लिए कुल 7 लाख 93 हजार 500 पौधे खजनी परिक्षेत्र में वितरित किए गए। वहीं बड़ी संख्या में अन्य स्थानों से भी पौधे रोपड़ के लिए मंगाए गए थे।
उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से राजकिशोर सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गाँव में भूमि का स्वामित्व न केवल महिलाओं को व्यक्तिगत रूप से प्रभावित करता है, बल्कि सामुदायिक निर्णयों में उनकी भागीदारी और भागीदारी को भी प्रभावित करता है। महिलाओं की पहचान तब बनती है जब भूमि उसके नाम पर होती है, यह उसे कई अवसरों पर लाभ उठाने का अधिकार देती है। एक महिला अपनी जमीन का उपयोग अपने बच्चों की शिक्षा के लिए कर सकती है। स्वामित्व दस्तावेज महिला किसानों को सरकारी योजना तक पहुँचने में भी मदद कर सकते हैं। जब भूमि के प्रति उनका दृष्टिकोण बदलता है, तो एक महिला न्याय के खिलाफ खड़ी हो जाती है