बोल बम के गूंजने लगे जयकारे गोरखपुर जिले की खजनी तहसील इलाके के सभी प्रमुख शिव मंदिरों में पूजा की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन महीने के पहले सोमवार को भगवान शिव के जलाभिषेक और पूजा के लिए शिव भक्त श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। उनवल नगर पंचायत के टेकवार में स्थित झारखंडेश्वर महादेव भरोहियां गांव के पौराणिक महत्व वाले भूमि से स्वत: प्रस्फुटित प्राचीन जयश्वरनाथ शिव मंदिर सरयां तिवारी गांव के खुदाई में मिले शिव लिंग पर कलमा खुदे हुए ऐतिहासिक नीलकंठ महादेव मंदिर सहित कस्बा संग्रामपुर उनवल के नीलकंठ मंदिरों और परिसर की सफाई कर के उन्हें आकर्षक रूप में सजाया गया है। क्षेत्र के सभी शिव मंदिरों की सफाई की गई और उन्हें सजाया गया। सनातन धर्म की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देव माह सावन में भगवान शिव की पूजा और जलाभिषेक का विशेष महत्व है। सोमवार शिव आराधना व्रत का पावन दिन माना गया है। पंडित प्रेमचंद राम त्रिपाठी और माधव राम त्रिपाठी ने बताया कि इस बार सावन महीने का पहला, आखरी दिन तथा 5 सोमवार व्रत प्राप्त होने को शिव भक्तों के लिए बड़ा ही पावन और अद्भुत संयोग है। क्षेत्र से बडी संख्या में कांवरिए पहले सोमवार को जलाभिषेक के लिए काशी विश्वनाथ, मार्कण्डेय महादेव और वैद्यनाथधाम में जलाभिषेक के लिए रवाना हुए।