उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से अर्जुन त्रिपाठी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की जैसा कि हम सभी जानते ही हैं कि यहां किस शाही शादी की बात हो रही है। देश के करोड़ो गरीबों की गरीबी का मज़ाक उड़ाने वाली शादी जिसकी तारीफ में देश का मीडिया भी पूरी निष्पक्षता के साथ लगा हुआ है। कहा जा रहा है कि इससे देश का नाम पूरी दुनियां में रौशन हुआ है। आइए जानते हैं पुरा मामला सदी की एक ऐसी शादी जिसमें सिर्फ 5 हजार करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। यह भी एक संयोग ही है कि इसी जुलाई महीने से मोबाइल काॅलिंग और डाटा रिचार्ज की दरों में बढ़ोतरी हो गई है। आज ही राह चलते मुझे एक सज्जन मिले और कहने लगे कि देश में करोड़ों की संख्या में जियो फोन यूजर्स हैं रिचार्ज प्लान के रेट बढ़ा कर बंदा 5 हजार करोड़ रुपए तो महीने भर में ही आप की जेब से निकाल लेगा और आप को पता भी नहीं चलेगा। दुनियां के सबसे ग़रीब देशों की सूची में भारत का स्थान 46 वां है। लेकिन झूठ की फाइलें बनाने में माहिर अपने देश के आंकड़े विश्वसनीय नहीं हो सकते। इसका प्रमाण यह है कि पहले हम विश्व के 10 सबसे गरीब देशों में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय का औसत कितना है पहले यह जान लें। सबसे गरीब देशों की सूची में दसवें स्थान पर है यमन जहां प्रति व्यक्ति 1,84,985 रूपए प्रति वर्ष आय है। नौवें स्थान पर मेडागास्कर देश की 1,66,290 चाड की 1,55,427 लाइबेरिया में 1,57,098 नाइजर में 1,44,563 मलावी में 1,42,892 मोजांबिक में 1,37,878 डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में 1,31,193 सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक में 95,261 बुरूंडी में 78,250 दक्षिण सूडान में 41,173 रूपए की प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आय है। इस लिहाज से आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं कि भारत में गरीबी और बेरोज़गारी का हाल कैसा है। क्योंकि अपने देश में करोड़ों लोग ऐसे हैं जिनकी वार्षिक आमदनी 40 हजार रुपए वार्षिक भी नहीं है। मजे की बात यह है कि इन सभी सबसे गरीब 10 देशों में सभी देशों की आबादी 5 करोड़ से भी कम है। यहां जिस धनाढ्य व्यक्ति के बेटे की शाही शादी की चर्चा हो रही है उनका जन्म भी 19 अप्रैल 1957 में इन्हीं महागरीब देश में से एक 10 वें स्थान पर मौजूद यमन देश के अदन शहर में हुआ था। उस दौरान उनके पिता यमन में काम कर रहे थे, हालांकि जन्म के कुछ ही दिनों बाद पूरा परिवार भारत वापस लौट आया था।