उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से ताराकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि महिलाओं को अधिकारों से वंचित करने का मुद्दा सामाजिक-आर्थिक है। महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित करना न केवल उनके व्यक्तिगत विकास में बाधा डालता है, बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति में भी बाधा डालता है, जब महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा से वंचित किया जाता है। यदि रोजगार के अवसरों से वंचित किया जाता है, तो उनकी प्रतिभा और क्षमता का पूरी तरह से उपयोग नहीं किया जाता है, जिससे समाज में असमानता पैदा होती है और महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित करने के अलावा आर्थिक विकास धीमा हो जाता है। उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जाता है, यह उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया से बाहर रखता है और उनके आत्मसम्मान और सुरक्षा को प्रभावित करता है।