उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से आकांक्षा श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की पैतृक संपत्ति पर भी महिलाओं का अधिकार होना चाहिए। भारत में महिलाओं का भूमि और संपत्ति का अधिकार केवल कानूनी अवमानना का सवाल नहीं है, बल्कि सामाजिक जड़ता में निहित है जिसे आज के आधुनिक भारत में नैतिक आधार पर चुनौती दी जानी चाहिए। भारत के चुनिंदा देशों में, जहां संवैधानिक प्रतिबद्धता और कानूनी प्रावधानों के बावजूद, महिलाओं की आधी आबादी अभी भी जमीनी स्तर पर अपनी जड़ों की लगातार तलाश में है।