उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया गया कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं किसी भी लोकतंत्र के बुनियादी तत्व हैं जो नागरिकों को अपने प्रतिनिधि चुनने और सरकार को जवाबदेह ठहराने का अधिकार देते हैं। ये प्रक्रियाएँ निष्पक्ष चुनाव, स्वतंत्र न्यायपालिका, स्वतंत्र प्रेस और नागरिक स्वतंत्रताएँ रणनीति आधारित होती है, हालांकि सत्तारूढ़ दल की हठधर्मिता अक्सर इन प्रक्रियाओं को कमजोर कर सकती है। जब सत्तारूढ़ दल एक निरंकुश रवैया अपनाता है, तो वह लोकतांत्रिक संस्थानों को नियंत्रित करने, विपक्ष को दबाने और असहमति को दबाने का प्रयास करता है। नागरिक स्वतंत्रताओं को सीमित करने के प्रयासों के परिणामस्वरूप चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी, न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर हमले और मीडिया की सेंसरशिप हो सकती है।