उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर से श्रोता ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे समाज में जिसके पास पैसा है वह खर्च कर रहा है और कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास अपनी भूख मिटाने तक के पैसे नही है। क्या हम ये मान कर चलें कि लोगों में संवेदनाएं ख़त्म हो गई है या हम ये मानें कि पूंजीपतियों को हमने और पूंजीपति बना दिया ?नवजात बच्चों में भुखमरी के आंकड़े बढ़ने के पीछे का मुख्य कारण बढ़ती जनसँख्या है।कुछ विशिष्ट लोगों के यहां बच्चों को खिलाने के लिए आय के साधन नहीं है ,वो लोग दस बच्चों को जन्म देते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।