उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से अदिति श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि घरेलू हिंसा , शारीरिक , मानसिक और वित्तीय उत्पीड़न घरेलू हिंसा है । अपराधी परिवार का एक करीबी सदस्य भी होता है , इसलिए पीड़ित हमेशा तनाव में रहती है और डरती है कि वह नहीं जानती कि जब शारीरिक हिंसा मुख्य होगी तो क्या होगा । हत्या , बाल खींचना , यौन संबंध , जीवनसाथी के मामले को मजबूर करना , धमकी देना , काला या कोई अन्य बुरा नाम बुलाना , घर जाने से रोकना , अन्य लोगों से संपर्क करना और मिलना , बच्चों या अन्य लोगों के सामने पैसे के लिए हाथ पकड़ना । घरेलू हिंसा की सूची में कई अत्याचार दर्ज हैं , हर स्थिति में , चुप रहना , अब तक चुप रहना , घर की बात , घर की इच्छा जैसी चीजें पालन - पोषण के दौरान दिमाग में इतनी गहरी हो जाती हैं कि कई बार सुशिक्षित महिलाएं भी इसका शिकार होती हैं। सभी कानूनी जानकारी के बावजूद , घरेलू हिंसा का दर्द बना हुआ है ।