कैदी ले रहे हैं भगवान की शरण, धार्मिक पुस्तकों की मांग बढ़ी गोरखपुर के जिला कारागार में विभिन्न अपराधों में लंबी अवधि की सजा काट रहे कैदी अब भगवान की शरण में जा रहे हैं यही वजह है कि जिला कारागार में बनी लाइब्रेरी में धार्मिक पुस्तकों की डिमांड बढ़ गई है कैदियों का अब धार्मिक पुस्तकों की तरह रुझान बढ़ा है जिला कारागार में 1967 कैदी हैं जिसमें से 600 कैदी धार्मिक पुस्तकों को पढ़ रहे हैं इन कैदियों में हिंदू मुस्लिम ईसाई सभी धर्मो के कैदी है। जिला कारागार प्रशासन द्वारा धार्मिक पुस्तके उन्हें उपलब्ध कराई जा रही है इसके साथ ही साहित्यिक पुस्तकों के शौकीन कैदी भी पुस्तक पढ़ रहे हैं जिला कारागार के जेलर अरुण कुशवाहा ने बताया कि जिला कारागार में निरुद्ध कैदी धार्मिक पुस्तकों की तरफ उनका लगाव बढ़ा है यहां पर सभी को उसके धर्म के अनुसार किताबें दी जा रही है हिंदू कैदी मदभागवत गीता मुस्लिम कुरान शरीफ और क्रिश्चियन बाइबल की किताबें पढ़ रहे हैं अध्यात्म की ओर जाने से उनके जीवन में सुधार भी आएगा बाहर निकलने पर यह एक अच्छा जीवन जिएंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि अयोध्या मे राम मंदिर बनने के बाद अब धार्मिक पुस्तकों की ओर कैदियों का रुझान बढ़ा है।