गोरखपुर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के प्रपत्र के अनुक्रम में तथा जनपद न्यायाधीश तेज प्रताप तिवारी के निर्देशन में शुक्रवार को जिला कारागार, गोरखपुर का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दौरान अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गोरखपुर रामकृपाल के साथ ही साथ संजय पति त्रिपाठी, चीफ लीगल एड डिफेंस काॅसिंल सिस्टम, जेलर व डिप्टी जेलर उपस्थित रहें। अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव द्वारा पाकशाला, पाठशाला, नव निर्मित महिला बैरक, पुरूष बैरक, चिकित्सालय व लीगल एड क्लीनिक का निरीक्षण किया गया। समक्ष आयी कमियों के सुधार के लिए वरिष्ठ जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त किसी भी बंदी द्वारा किसी प्रकार की समस्या से अवगत नही कराया गया। जेलर को निर्देशित किया गया कि वह बीमार सभी बंदियों को विशेष रूप से ध्यान रखें एवं नियमित रूप से बैरक की साफ-सफाई करवाते रहे एवं जिन बंदी के पास अधिवक्ता नही है या ऐसे बंदी जो जमानतदार के अभाव में अभी तक जेल में निरूद्ध है, का प्रार्थना पत्र तैयार कराकर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में उपलब्ध करावे जिससे उक्त बंदी के मुकदमें में अधिवक्ता नियुक्त हो सकें।
