छात्रा ने असिस्टेंट प्रोफेसर पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप। मुख्यमंत्री के गृह जनपद के विश्वविद्यालय का यह हाल है तो अन्य विश्वविद्यालय की क्या स्थिति होगी भगवान जानें। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। स्नातक में पढ़ने वाली छात्रा ने इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से तो शिकायत की ही है, राज्यपाल से लेकर प्रमुख सचिव तक को भी पत्र लिखा है। उसने महिला आयोग में भी शिकायत की अर्जी लगाई है। जानकारी मिलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी जांच आंतरिक शिकायत कमेटी को सौंप दी है। बतादें कि हाल ही में एक प्रोफेसर द्वारा अपीन शोध छात्रा के उत्पीड़न का मामला अभी पूरी तरह शांत नहीं हुआ था कि दूसरा मामला सामने आया गया। शिकायती पत्र में छात्रा ने बताया है कि असिस्टेंट प्रोफेसर ने 21 दिसंबर की रात फोन कर अश्लील बातें की, जिसका उसके पास रिकार्डिंग के रूप में प्रमाण भी है। न्याय न मिलने पर छात्रा ने आत्महत्या तक की चेतावनी भी दी है। शिकायत पत्र के मुताबिक, वह परीक्षा से पहले अपने प्रायोगिक परीक्षा के लिए फाइल की जांच | कराने के लिए विभाग में गई थी। उसी दौरान शिक्षक ने कहा कि मैं तुम्हारी परीक्षा में इतनी मदद कर दूंगा कि तुम विभाग टाप कर सकती हो। जिन छात्राओं ने मुझे खुश रखा है, उनका रिजल्ट पता कर लेना उसके बाद मिलना। मैंने पहले भी तुमसे कई बार यह बातें कही हैं लेकिन तुमने इन पर ध्यान नहीं दिया। ऐसा करके तुम मुझसे दुश्मनी मोल ले रही हो। उसके बाद 21 दिसंबर की रात उस शिक्षक ने शराब के नशे में कई बार फोन किया। फोन के दौरान वह सहेली के साथ मिलने का दबाव भी बना रहे थे। अगले दिन जब छात्रा विभाग में पहुंची तो उसे यह कहकर अपने कक्ष में बुलाया कि तुम कभी पास नहीं हो पाओगी। तुम्हारा रिजल्ट और जीवन दोनों बर्बाद कर दूंगा। डर के कारण छात्रा और उसकी सहेली कक्ष में गए तो वे गलत तरीके से छूने लगे और अश्लील बातें करने लगे। विरोध पर धमकी दी गई। प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय ने बताया कि एक छात्रा से इस तरह की शिकायत मिली है। इसकी जांच का निर्देश आंतरिक जांच समिति को दिया गया है। जांच के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।