गोरखपुर। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की एक आपात बैठक डिप्लोमा इंजिनियर संघ भवन पीडब्ल्यूडी पर की गई, जिसकी अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष रूपेश श्रीवास्तव और संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह ने किया। बैठक का मुख्य मुद्दा पुरानी पेंशन का अभी तक बहाल न किए जाना था जिससे कर्मचारियों मे आक्रोश है अब कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने के लिए बेबस है 3 फरवरी नई दिल्ली N.J.C.A. कार्यालय पर बैठक होगी जिसमें हड़ताल किए जाने की राजनीत बनाई जायेगी। बैठक को संबोधित करते हुए रूपेश श्रीवास्तव ने कहा कि अभी चन्द दिन पहले अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा हुई जिससे देश के सभी कर्मचारियों में खुशी की लहर थी और लग रहा था कि अब देश में राम राज्य की स्थापना होगी और पुरानी पेंशन बहाल होगी। लेकिन सरकार अपने कर्मचारी विरोधी रवैया से बाज नहीं आ रही है और राजस्थान से पुरानी पेंशन समाप्त करने की जो खबर मिल रही है वह बहुत ही दुखद है, शर्मनाक है, और कर्मचारियों को आहत करने वाली है कर्मचारियों से उनका संवैधानिक हक छीना जा रहा है। यह कैसा राम राज्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आप इस फैसले पर हस्तक्षेप करते हुए पूरे देश में पुराने पेंशन बहाल कराइए, अन्यथा कर्मचारियों की आह आपको लग जायेगी। बैठक को संबोधित करते हुए आईबीरिषद के महामंत्री मदन मुरारी शुक्ला ने कहा की सरकार अपने निर्णय पर पुन:विचार करें केन्द्र सरकार आगामी बजट में पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाली की व्यवस्था बनाए उन्होंने कहा कि सरकार यदि वास्तव में देश का भला करना चाहती है तो हमारे माननीय जो चार चार पेंशन ले रहे हैं वह अपनी पेंशन छोड़ कर मिशाल पेश करें,पुरानी पेंशन बंद के सरकार केवल कर्मचारियों की बलि क्यों चढ़ा रही हैं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा की सरकार अगर अपना फैसला वापस नहीं लगी तो कर्मचारी समाज अपने परिवार मित्र सहित आगामी चुनाव में अपने वोट से इसका जवाब देगा। उपाध्यक्ष पंडित श्याम नारायण शुक्ल ने कहा कि अगर राजस्थान सरकार यह निर्णय वापस नहीं ली तो कर्मचारी समाज और आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है। इस अवसर पर रूपेश कुमार श्रीवास्तव, मदन मुरारी शुक्ल, राजेश सिंह, श्याम नारायण शुक्ल, अशोक पांडेय, ई० अनिल किशोर पांडेय, ई० राम किशुन, ई० निधि त्रिपाठी, वरूण वर्मा बैरागी, कनिष्क गुप्ता, इजहार अली, अनूप कुमार, जामवंत पटेल, फुलई पासवान, बंटी श्रीवास्तव, विजय शर्मा, कृष्ण मोहन गुप्ता, रामधनी पासवान और कर्मचारी नेता मौजूद रहे।