उत्तरप्रदेश राज्य के बाराबंकी जिला से गीतांजलि श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि पिछले कुछ दिनों से यह भीड़भाड़ का मामला रहा है और इस दुर्घटना में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। प्रशासन को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि एक स्थान पर भीड़भाड़ न हो। और प्रत्येक विधानसभा में व्यक्तियों की संख्या तय की जानी चाहिए ताकि अधिक आबादी के कारण भगदड़ न हो, धार्मिक दुकानें बंद हों और जनता भी जागरूक हो। जहाँ भी लाखों की भीड़ होगी, वहाँ कोई न कोई दुर्घटना होगी और भगदड़ भी होगी। लोग बवंडर में खो रहे हैं। यह एक बहुत बड़ी सामाजिक समस्या है। यह हो गया है कि हमारे देश में अक्सर ऐसी खबरें मिलती हैं और ऐसी दुर्घटनाएं भीड़ में होती हैं और फिर भी कहीं अधिक भीड़ होने पर कोई भी इन दुर्घटनाओं के बारे में कुछ नहीं चिल्लाता है। इसलिए कोशिश करें कि वहाँ न जाएँ या देखें कि हमारे पड़ोसी जा रहे हैं, हमारे रिश्ते चल रहे हैं, बहुत भीड़ न हो। पहला, हमारे देश की जनसंख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि कहीं भी भीड़ जमा हो जाती है। ऐसा होने में समय नहीं लगता और लोगों के पास यहां भी समय होता है, लोग खाली भी रहते हैं, इसलिए जरूरत से ज्यादा भीड़ होती है। आज के युग में भी लोग बाबाओं और बाबाओं के घेरे में फंस रहे हैं। यहां तक कि संख्या भी बढ़ रही है, हमें ऐसे बाबाओं से दूर रहना चाहिए और अपने कर्मों पर विश्वास रखना चाहिए, जब हम स्वयं जागरूक होंगे, तभी कुछ होगा, तभी हम दूसरों को कुछ सिखा पाएंगे और भीड़ और बाबाओं को बदल पाएंगे। बाबा से दूर रहना समझदारी की बात है, वह कोई चमत्कार नहीं करते, यह सिर्फ उनके मन का एक भ्रम है। हम वहाँ जाते हैं और भीड़ इकट्ठा करते हैं और एक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। प्रशासन को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जनसंख्या अधिक ना हो।