गया क्यूल रेलखंड के शेखपुरा स्टेशन स्थित पैगंबरपुर गांव के समीप रेलवे ने रेलवे क्रॉसिंग के दोनों तरफ पोल गडकर स्थाई तौर पर बंद कर दिया गया है जिससे पैगंबरपुर सहित दर्जनों गांव का आवागमन बाधित हो गया है।
पीसीआई आर्गेनाइजेशन के बैनर तले लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ बरबीघा प्रखंड के पांक पंचायत में गुरुवार को जागरूकता को लेकर पंचायत के मुखिया संगीता कुमारी के अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर पीसीआई ऑर्गनाइजेशन के कर्मचारी दिव्या मेहरोत्रा ने उपस्थित लोगों को बताया कि लिंग आधारित हिंसा के रोकथाम को लेकर हमें अपने बेटियों को शिक्षित करने की आवश्यकता है। शिक्षा से ही समाज में इस कुंठित सोच में बदलाव लाया जा सकता है।जब तक हमारी बेटियां शिक्षित होकर इस कुव्यवस्था के खिलाफ आवाज बुलंद नहीं करेंगी तब तक समाज में लिंग के आधार पर महिलाओं के साथ हिंसा होती रहेगी। वही मुखिया संगीता कुमारी ने कहा कि बेटियों को शिक्षित करने के साथ-साथ बेटों को संस्कार देने का कार्य करें ताकि आने वाले समय में बेटे घर की महिलाओं के साथ-साथ समाज के बच्चियों को भी सम्मान दे सकें।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा फूलगोभी एवं पत्तागोभी में मृदुरोमिल आसिता और आद्रगलन रोग के बारे में जानकारी दे रहे है । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए... CTA: सुनिए हंसी-मज़ाक में डूबे हंसगुल्ले और रिकॉर्ड कीजिए अपने चुटकुले मोबाइल वाणी पर, फोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
कृषि विभाग के अधिकारी के द्वारा जिला के क्षेत्र में किया गया क्रॉप कटिंग.
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दोस्तों , MDM या मध्याह्न भोजन योजना को दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल फीडिंग प्रोग्राम माना जाता है। इस योजना के तहत प्राथमिक स्तर पर प्रत्येक बच्चे के लिए 450 कैलोरी और 12 ग्राम प्रोटीन और उच्च प्राथमिक स्तर पर 700 कैलोरी और 20 ग्राम प्रोटीन वाला मध्याह्न भोजन दिया जाता है। लेकिन ये तो सरकार के वेबसाइट और कार्यक्रम में सुनने में अच्छा लगता है। आज भी कई जगहों पर हकीकत कुछ और ही है। हमारे समाज में वैसे सामाजिक संस्कार पल बढ़ रहे हैं जिनका सही तरह के सवाल पूछने से कोई लेना देना नहीं हो रहा है। हमारे समाज का लोकतंत्र ऐसी बेकार की बातों से सड़ रहा है। लोगों में नागरिकता का एहसास पैदा नहीं किया जा रहा है। उन्हें नहीं बताया जा रहा है कि वह तभी ठीक ढंग से जी पायेंगे जब वह सरकार और प्रशासन से सही तरह के सवाल पूछेंगे। केवल एक दिन नहीं हर दिन पूछेंगे। तभी गंगा साफ़ हो पाएगी और स्कूलों के मिड डे मील में धाँधली नहीं होगी। तभी दूध की जगह पानी और रोटी के साथ नमक नहीं मिलेगा। आप हमें बताइए कि *--------- आपके गाँव या क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन की स्थिति क्या है ? *--------- आपने क्षेत्र या गाँव के सरकारी स्कूलों में बच्चों को कैसा पौष्टिक खाना मिलता है है ? *---------- साथ ही शिक्षा के मसले पर आपको किससे सवाल पूछने चाहिए ? और इसे कैसे बेहतर बनाया जा सकता है , ताकि हमारे देश का भविष्य आगे बढे।
शर्म को ज़रा किनारे करके अपने बच्चों को AIDS के बारे में विस्तार से बताएं ताकि वो इस खतरनाक बीमारी से सुरक्षित रहे। साथियो अगर आप भी एड्स से जुडी कोई जानकारी हमसे साझा करना चाहते हैं तो फ़ोन में अभी दबाएं नंबर 3 का बटन और रिकॉर्ड करें अपनी बात।
सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
सिमुलतला प्रवेश परीक्षा में एक्सलेंस कान्वेंट के 15 बच्चों ने पाई सफलता। शेखपुरा।। सिमुलतला आवासीय विद्यालय की प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट जारी होते हैं शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान एक्सीलेंट कान्वेंट के छात्र छात्राओं में खुशी की लहर दौड़ गई है। एक्सेलेंस कॉन्वेंट बरबीघा से सिमुल्तल्ला आवासीय विधालय प्रिलिमिनरी टेस्ट परीक्षा में शामिल हुए 19 में से 15 बच्चों ने सिमुलतला की प्रवेश परीक्षा में परचम लहराया है। सफल छात्र छात्राओं ने बताया कि कुशल शिक्षकों के मार्गदर्शन में यह सफलता मिल सकी है। एक्सेलेंस कॉन्वेंट ने विगत वर्ष भी सिमुलतला को स्नेहा कुमारी के रूप में बिहार टॉपर भी दिया था। विधालय के निर्देशक शत्रुधन कुमार ने आयोजन की अगुआई करते हुए कहा कि “सफलता कोई जादू से नहीं बल्कि यह पसीने, दृढ़ संकल्प और कठोर परिश्रम से वास्तविक बनते है”जो कि एक्सेलेंस के बच्चों ने साबित कर दिखाया है। विधालय के प्रिंसीपल इंजीनियर पिंकेश आनंद ने बच्चो को बधाई दी तथा आगामी मेन्स परीक्षा के लिए पूरी लगन व मेहनत के साथ तैयारी करने को कहा है। साथ ही साथ असफल बच्चों को ढाँढस देते हुए कहा कि “संयम और परिश्रम मनुष्य के दो सर्वोत्तम चिकित्सक हैं” इसलिये संयमित रहकर निरन्तर प्रयास करते रहें एक दिन सफलता आपकी भी कदम चूमेगी। परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले बच्चों में अकास राज,अखंड ज्योति, प्रणव राज, हर्ष राज, गोपाल कुमार,अमृत राज, प्राची सिन्हा, साक्षी कुमारी, निशु कुमारी , अनुराधा कुमारी, माही कुमारी, देवांशी, सोनाली कुमारी, श्रेया लक्ष्मी और दिव्य भारती का नाम शामिल है। प्राचार्य ने समारोह का समापन करते हुए कहा कि इस पुरी सफलता के पीछे पूरे विद्यालय परिवार का एक अथक प्रयास है एवं विद्यालय में इस अभूतपूर्व सफलता से पूरे विद्यालय परिवार में एक ख़ुशी की लहर दौड़ गई है।