बरबीघा शहर के आशीर्वाद गोल्ड लोन बैंक से गत 18 दिसंबर को दिनदहाड़े 2 करोड़ से अधिक रुपए मूल्य के सोना और 2 लाख रुपए की लूट के मामले का उद्भेदन करते हुए पुलिस ने घटना के महज तीन दिनों बाद मामले का उद्भेदन करने में सफलता पाई ।इस घटना की योजना बनाने वाले बैंक के प्रबंधक और सहायक प्रबंधक को पुलिस ने लूट के सभी सोना के साथ गिरफ्तार करने में सफल हुई। इस बाबत एसपी कार्तिकेय शर्मा ने गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि इस भीषण लूट के बाद विशेष पुलिस टीम गठित किया गया था। जबकि इसके उद्भेदन में एसटीएफ पटना और टेक्निकल सेल का भी सहयोग लिया गया। उन्होंने बताया कि घटना की योजना बैंक के प्रबंधक कृष्ण मुरारी और सहायक प्रबंधक विकास कुमार ने पटना जिले के बख्तियारपुर के एक सहयोगी के साथ बैठकर बनाई थी। उसके सहयोगी ने सभी लूटेरे और हथियारों के अलावा चोरी के बाईक का इंतजार किया था। एसपी ने कहा कि योजना के तहत लूटे गए सोने को छुपाकर 3 महीनो तक रखने की बात तय थी। साजिश में तय हुआ था कि बैंक में लूट की घटना के बाद कंपनी द्वारा बैंक की नौकरी से निकाल दिए जाने के बाद वे सब सभी सोना को महाराष्ट्र में ले जाकर बेचकर आपस में रुपयों को बांट लेंगे। उन्होंने बताया कि लूट के रुपयों की बरामदगी नही हो पाई है। इस घटना में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु छापामारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत सभी बदमाश बाईक पर सवार होकर बैंक से कुछ दूरी तक पहुंचे थे और बाईक को छोड़कर पैदल ही बैंक पहुंचे थे। लूट की घटना को अंजाम देने के बाद सभी लोग बाईक को छोड़कर पैदल ही निकल भागे और बस पर बैठकर भाग निकले। लूट की घटना को अंजाम देने के बाद छुट्टी पर निकले बैंक के मैनेजर से नालंदा जिले के बैनार मोड के समीप मोबाइल पर सारी जानकारियां दी गई। इस भीषण बैंक लूट का उद्भेदन महज तीन दिनों में किए जाने के बाद पुलिस का हौसला एक बार बुलंद हो गया है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।