मोबाइल वाणी और माय कहानी का एक ख़ास पेशकस आपके लिए कार्यक्रम भावनाओं का भवर जहाँ हम सुनेंगे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से जुड़ी कुछ जानकारियां. तो चलिए आज की कड़ी में जानते हैं कि अगर कभी मन में बहुत बुरे ख्याल आये तो उस से उभरने के लिए क्या किया जा सकता हैं. साथियों कई बार हमारे जीवन में ऐसे मोड़ आ जाते है जहाँ हम खुद को बहुत परेशान और अकेला महसूस करते हैं और मन में बहुत बुरे-बुरे ख्याल आते हैं. कई बार सारी उम्मीदें ख़तम होने लगती है। ऐसे में किसी को सहारा देने के लिए आप के अनुसार हमें क्या करना चाहिए ? क्या आपने कभी किसी ऐसे स्थिति का सामना किया है ? अगर हाँ तो कैसे उभरे उस स्थिति से ? साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.youtube.com/@mykahaani

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा फूलगोभी एवं पातगोभी की खेती की जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू मटर के फसल में लगने वाले कीड़े एवं उसके नियंत्रण से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

"जहाँ हो प्रेम और खुशियों की बौछार, क्रिसमस लाता है दिलों में प्यार और खुशियाँ अपार।" नमस्कार/ आदाब साथियों ! क्रिसमस का पर्व हमें बताता है कि असली खुशी दूसरों के साथ प्रेम, दया और एकता बाँटने में है। यह समय है हम सभी के लिए प्यार और भाईचारे की भावना को मनाने का, और उन लोगों के साथ खुशियाँ साझा करने का जिन्हें हम प्यार करते हैं। क्रिसमस हमें यह सिखाता है कि छोटे-छोटे अच्छे कार्यों से हम इस दुनिया को एक बेहतर जगह बना सकते हैं। इस पर्व के माध्यम से हम न केवल अपने रिश्तों को मजबूत करते हैं, बल्कि अपने दिलों में एक नई रोशनी भी भरते हैं। साथियों आपका जीवन प्रेम, शांति और समृद्धि से भरा रहे। क्रिसमस का यह पर्व आपके दिलों में खुशियाँ और प्यार लेकर आए।" मोबाइल वाणी परिवार की ओर से आपको और आपके परिवारजनों को क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएँ!

नमस्कार आदाब श्रोताओं, मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा निकाली गई जूनियर क्लर्क एसोसिएट्स के 13735 पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी भी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया हो और साथ ही लोकल भाषाओँ का ज्ञान रखते हों। उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 20 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 28 वर्ष होनी चाहिए। याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 07/01/2025 है । तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी, तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक का बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू मटर के फसल में लगने वाली बीमारियां एवं उपचार से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा गेंहू फसल में खरतवार नियंत्रण के बारे में जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू गेहूं के फसल में लगने वाले कीट और रोग एवं इसके उपचार से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

मोबाइल वाणी और माय कहानी का एक ख़ास पेशकस आपके लिए कार्यक्रम भावनाओं का भवर जहाँ हम सुनेंगे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से जुड़ी कुछ जानकारियां. तो चलिए, आज की कड़ी में जानते हैं कि डिप्रेस्शन यानि की गहरे मानसिक तनाव या अवसाद की स्थिति को कैसे पहचान सकते है और इस परिस्थिति से निपटने के लिए क्या कर सकते हैं । हा तो साथियों,आप हमें बताएं कि हमारे आसपास ऐसे कौन कौन सी परिस्थिति देखने को मिलती है जो एक ब्यक्ति को अवसाद ग्रस्त कर सकती है और अगर आपके किसी अपने में आज के कड़ी में बताये गए लक्षणों में से कोई लक्षण देखने को मिले तो सबसे पहला कदम आप क्या उठाएंगे ? इस तनाव भरी ज़िन्दगी में बच्चो और युवाओं को मानसिक तौर पर मज़बूत बनाने और अवसाद की स्थिति से दूर रखने के लिए माता पिता व परिवार के दूसरे सदस्यों की क्या भूमिका है ? साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.youtube.com/@mykahaani

एड्स इस नाम से हम सभी भली भांति परिचित हैं इसका पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम ' यह एक तरह का वायरस है जिसे एचआईवी के नाम से भी जाना जाता है।यह एक जानलेवा बीमारी है लेकिन आज भी लोगों में एड्स को लेकर सतर्कता नहीं है।साथ ही इसे समाज में भेदभाव की भावना से देखा जाता है। एड्स के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। दोस्तों , हम सभी को एड्स को लेकर सतर्क रहना है ,साथ ही लोगों में सर्तकता लाने की भी ज़रुरत है।साथियों, एड्स का उपचार भेदभाव नहीं बल्कि प्यार है। आइये हम सभी मिलकर विश्व एड्स दिवस मनाए और लोगों में एड्स के प्रति अलख जगाए। सतर्क रहें,सुरक्षित रहें