मेरा नाम अमित कुमार है मेरे गाँव का नाम आर्य लोवा है । देश की विनम्र हरियाली कालीन पर एक ही रंग है , चाहे वे कई हों , बेलाभी , शम्पाच , मेली , चायरे , फूलुडे , माल , बेला , गुलाबी , चम्पा , मेली , चारे , मीठे , फूलों वाले , माला वाले , एक कोयल । प्यारी पछे के पेट जा राही तारगा और ब्लॉग महर के रसोइये गंगा यमुना ब्रह्मपुत्र कृष्ण कावेरी जाकमी द्वितीय मछली हैं ।